Sunday, December 29, 2019

भारत के हेलमेट मैन सड़क दुर्घटना में मरने वाले छात्रों के परिवार को दस लाख की सहायता राशि देकर बच्चों के माता-पिता का आंसू पोछेंगे बेटा बनकर।

भारत के हेलमेट मैन सड़क दुर्घटना में मरने वाले छात्रों के परिवार को दस लाख की सहायता राशि देकर बच्चों के माता-पिता का आंसू पोछेंगे बेटा बनकर।
लड़के की दुर्घटना में 5 लाख और लड़की के लिए दस लाख नए साल पर करेंगे शुरुआत. 2 जनवरी को दिल्ली एनसीआर के अंदर ग्रेटर नोएडा साईं मंदिर डेल्टा थर्ड के पास जो हेलमेट लगाकर दर्शन करने आएगा वह इस लिस्ट में शामिल हो जाएगा उसे अपना आधार नंबर के साथ पूरी डिटेल देनी होगी. और 3 जनवरी को नॉलेज पार्क मस्जिद के पास जो हेलमेट लगाकर नमाज के लिए आएगा उसे इस योजना का लाभ मिलेगा।
हेलमेट मैन के मिशन में कोई भी पुरानी पुस्तक देकर इस राशि का दुर्घटना होने पर लाभ ले सकता है. इसके लिए छात्रों की उम्र 5 साल से 25 साल, के अंदर के छात्र छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा. नए साल 26 जनवरी से हेलमेट मैन की वेबसाइट पर कोई भी छात्र अपना नाम रजिस्टर्ड कर सकता है. हेलमेट मैन अपने अभियान में अब तक 25000 हेलमेट देकर 200000 बच्चों को निशुल्क किताबें दे चुके हैं. भारत का 100% साक्षर करने के लिए अपने मिशन द्वारा भारत में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत होती है. भारत सरकार द्वारा नए नियम लागू करने से जितना राजस्व में बढ़ोतरी हुई है लेकिन सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत को रोकने में और सफल दिखाई दे रही है. इसका सबसे बड़ा कारण है लोगों में जागरूकता की कमी.
इसलिए हेलमेट मैन बड़े पैमाने पर बच्चों के माता-पिता को जागरूक करने का संकल्प लिया है. भारत में 80% सड़क दुर्घटना में मरने वाले युवा और बच्चे होते हैं. अधिकतर बच्चे अपने माता पिता के घर का चिराग होते हैं.
आज भारत के अंदर हर माता-पिता महंगी से महंगी शिक्षा देने के लिए कर्ज लेकर देने का प्रयास करते हैं. हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार 5 साल से जागरूकता के साथ सड़क दुर्घटना से मरने वाले सैकड़ों परिवार से भी मिले. जो हर परिवार अपना बेटा खोने के बाद इतना टूट चुका होता है जो अपने इलाज के लिए पैसे का मोहताज हो जाता है. समाज में कोई भी इंसान अफसोस के अलावा ऐसे परिवार को पैसे का सहयोग नहीं देता है।आज इसी समस्या को हेलमेट मैन के दोस्त कृष्ण कुमार ठाकुर के माता पिता मोहताज हो गए हैं पैसे के लिए जो इलाज कराने के लिए पैसे नहीं है।
इसलिए हेलमेट मैन उस परिवार को मदद करना चाहते हैं जो परिवार इस घटना से अनजान है।
भारत के करोड़ों परिवार में जागरूकता का संदेश देकर ऐसी विपत्ति में करोड़ों मां का आंसू पोछने के लिए नए साल पर सौगात देने का संकल्प लिया है।