Sunday, April 26, 2020

ड्रूम ने पहली डिजिटल सेलर मीट का आयोजन किया,प्रो-सेलर सबस्क्रिप्शन सर्विस के विस्तार की घोषणा की।

ड्रूम ने पहली डिजिटल सेलर मीट का आयोजन किया,प्रो-सेलर सबस्क्रिप्शन सर्विस के विस्तार की घोषणा की।

 रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
ब्रांड ने लॉकडाउन की भौगोलिक बाधाओं को पार करते हुए अपनी मासिक सेलर मीट को ऑनलाइन होस्ट किया

यह आयोजन जूम पर हुआ और इसमें दिल्ली-एनसीआर और बैंगलोर के 40 डीलरों ने भाग लिया
मीट में घोषित किए गए प्रमुख निर्णयों में से एक प्रो-सेलर सब्सक्रिप्शन सेवाओं का विस्तार शामिल है

 24 अप्रैल, 2020, गुरुग्राम, भारत: भारत के सबसे बड़े और अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल लेन-देन बाज़ार ड्रूम ने हाल ही में अपने मासिक सेलर मीट की मेजबानी की - लेकिन इस बार डिजिटल ट्विस्ट देकर। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच यह मीट ऐसा पहला कार्यक्रम है जो पूरी तरह से वर्चुअल हुआ। लॉकडाउन के बावजूद ब्रांड का फोकस बिजनेस को सामान्य रूप से जारी रखने पर है और इस पर प्रकाश डालते हुए डिजिटल सेलर मीट में दिल्ली-एनसीआर और बैंगलोर के 40 डीलर्स को ज़ूम के जरिये जोड़ा गया।

इस मीट के दौरान ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से विक्रेताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “समूची बिजनेस कम्युनिटी महामारी के प्रभावों को महसूस कर रही है। ऐसे कठिन समय में मुझे आशा है कि आप और आपके परिवार सुरक्षित हैं और सभी सावधानियों और सुरक्षा उपायों को अपना रहे हैं। ड्रूम विक्रेताओं के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और आपकी बेहतर सेवा के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। हम आपके लिए कुछ यूनिक ऑफरिंग्स और सुझाव लेकर आए हैं और उस पर हमें आपके इनपुट्स की आवश्यकता होगी। कृपया अपने विचारों या सुझावों को साझा करने के लिए इस प्लेटफार्म का उपयोग करें जो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। साथ में हम इस संकट से भी उबर जाएंगे।”

इस इवेंट के दौरान सेलर्स के लिए सेवा विस्तार के निर्णय की घोषणा की गई, जो कि कमजोर मांग के हालात में डीलर्स एक निर्बाध बिक्री अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। प्रो-सेलर सबस्क्रिप्शन की विस्तारित सेवाएं 15 अप्रैल से 15 जुलाई 2020 तक लागू रहेंगी। एक अन्य घोषणा में ब्रांड की सबसे इनोवेटिव सेनिटाइजेशन सेवा जर्म शील्ड के रीसेलर बनने की पहल शामिल थी।

पहली डिजिटल सेलर मीट के बारे में श्री अग्रवाल ने कहा, “ड्रूम में हम देश के तेजी से उभरते डीलर कम्युनिटी के सशक्तिकरण के लिए अपना पूरा समर्थन देने को समर्पित हैं। ड्रूम तेजी से आगे बढ़ रहा है और डीलर कम्युनिटी को डिजिटल रेडी बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए हाल ही में ऑनलाइन शोरूम और ऐप के संपूर्ण सुइट या साइट-इनेबल्ड टूल्स और टे या साइट के डीलरशिप के अलावा डीलरशिप मैनेजमेंट सिस्टम को हालिया लॉन्च किया गया है। 

अपनी स्थापना के बाद से ड्रूम ने अपने इनोवेटिव-फोकस्ड अप्रौच, तकनीक के बुनियादी ढांचे, और अत्याधुनिक उपकरणों और खरीद-बिक्री के संपूर्ण अनुभव में सकारात्मक बदलाव लाने वाले प्रोडक्ट्स को लक्षित करते हुए प्रोडक्ट्स के सहारे ऑटोमोबाइल लेन-देन इकोसिस्टम में सबसे आगे रहा है। अपनी इसी प्रतिबद्धता के साथ कंपनी ने न केवल व्यक्तिगत खरीदारों और विक्रेताओं के जीवन में, बल्कि इसके प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड डीलरों के जीवन में भी सुधार किया है। हालिया घटनाक्रम देश की ऑटोमोबाइल डीलर कम्युनिटी का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ-साथ प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के लिए ब्रांड की व्यापकता और इनोवेशन को भी रेखांकित करता है।

Friday, April 24, 2020

वैश्रि्वक महामारी कोरोना के कारण आए संकट को ध्यान में रखते हुए योगिंदर भड़ाना जरूरतमंद लोगो को ख़ाना कर रहे है वितरण।

वैश्रि्वक महामारी कोरोना के कारण आए संकट को ध्यान में रखते हुए योगिंदर भड़ाना जरूरतमंद लोगो को ख़ाना कर रहे है वितरण।
रिपोर्ट:संजीव भाटी(नोएडा)

लॉकडाउन के बाद गरीबों तथा असहायों की मदद के लिए सामाजिक संगठन सहित आम लोग भी आने लगे हैं। इसमें कोई खाना बनवा कर बंटवा रहा, तो कोई खाद्यान्न का वितरण कर रहा, तो कोई मास्क का वितरण कर रहा है, तो कोई गांवों को सेनेटाइज करा रहा है।
उसी के चलते योगिंदर भड़ाना अपने साथियों के साथ मिलकर घर पर ख़ाना बनवाकर और पैक कराकर गरीब लोगों में वितरण कर रहे है। जब हमने पूछा कि ये सब आप कब से कर रहे हो और कब तक करेगे। तो भड़ाना जी ने बताया कि जब से देश मे लॉकडाउन हुआ तब से हम लोगो मे ख़ाना वितरण कर रहे है।
और बताया कि हम हर रोज अलग अलग तरह का ख़ाना बनवाते हैं जिसमे कभी दाल चावल,सब्जी पूड़ी,रोटी ,और चावल बिरयानी बनवाकर लोगो मे वितरण करते हैं।और बताया कि जब तक देश मे लॉक डाउन है जब तक हम लोग ऐसे ही गरीब लोगों को खाना वितरण करते रहेंगे। भड़ाना जी ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे शहर और आसपास में कोई भी भूखा ना सोयें।

भड़ाना जी ने बताया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। वितरण के दौरान शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है। सैनिटाइजेशन भी कराया जा रहा है।
इस दौरान भड़ाना जी के साथ धर्मवीर, सुनील,बलदेव,नरेंद्र, डॉ०राजीव और गोलू भड़ाना मौजूद रहे।


एमजी मोटर इंडिया फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सुरक्षित यात्रा के लिए 100 हेक्टर उपलब्ध कराएगा।

एमजी मोटर इंडिया फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सुरक्षित यात्रा के लिए 100 हेक्टर उपलब्ध कराएगा।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
 नई दिल्ली, 22 अप्रैल 2020: कोविड-19 संकट के समय मदद का हाथ बढ़ाते हुए एमजी मोटर इंडिया ने मई-2020 के अंत तक देशभर में सामुदायिक सेवा के लिए डॉक्टरों, चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों, पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को 100 एमजी हेक्टर प्रदान करने का फैसला किया है। एमजी मोटर यूके ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए पूरे ब्रिटेन में एनएचएस एजेंसियों को 100 एमजी जेडेस ईवी प्रदान करने का वचन दिया है।

भारत में, कार निर्माता कोविड-19 के संकट को दूर करने के लिए राष्ट्रीय प्रयासों का समर्थन करते हुए100 हेक्टयर नि: शुल्क प्रदान करेगा। सभी कारों को ईंधन और ड्राइवरों के साथ उबलब्ध कराया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज करने के भारत के प्रयासों में संकट से लड़ रहे फ्रंटलाइन वॉरियर्स यानी डॉक्टर, चिकित्सा विभाग के कर्मचारी, पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें। राज्य सरकार के नियमानुसार लॉकडाउन के दौरान एमजी के नेशनल नेटवर्क से कारों की आपूर्ति की जाएगी।

कार निर्माता इन 100 हेक्टर को राष्ट्रीय सेवा के लिए तैनात करने के लिए हाल ही में शुरू की गई ‘एमजी डिसइंफेक्ट एंड डिलीवर’ प्रक्रिया का पालन करेगा।

एमजी मोटर इस समय महामारी के दौरान समुदायों को सहायता प्रदान कर रह रहा है। कार निर्माता ने वेंटिलेटर दान किए हैं और कोरोनोवायरस के खतरे का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता किट, पीपीई किट, सर्जिकल मास्क, दस्ताने, सैनिटाइज़र, सैनिटाइज़र स्प्रेयर, खाद्य और राशन किट वितरित किए हैं।

एमजी मोटर इंडिया के बारे में  

1924 में यूके में स्थापित मॉरिस गैराज वाहन अपनी स्पोर्ट्स कारों, रोडस्टर्स और कैब्रियोलेट सीरीज के लिए विश्व प्रसिद्ध थे। ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों और यहां तक कि ब्रिटिश शाही परिवार सहित कई मशहूर हस्तियों के बीच उनके स्टाइल, एलिगेंस और स्पिरिटेड परफॉर्मंस के लिए एमजी वाहनों की बहुत मांग थी। यूके के एबिंगडन में 1930 में स्थापित एमजी कार क्लब के हजारों लॉयल फैन हैं, जो इसे किसी एक कार ब्रांड के दुनिया के सबसे बड़े क्लबों में से एक बनाता है। एमजी पिछले 96 वर्षों में एक मॉडर्न, फ्यूचरिस्टिक और इनोवेटिव ब्रांड के रूप में विकसित हुआ है। एमजी मोटर इंडिया का गुजरात में हलोल में अपना कार मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट है।

Thursday, April 23, 2020

वैश्रि्वक महामारी कोरोना के कारण उत्पन्न संकट को ध्यान में रखते हुए MPS INTERNATIONAL SCHOOL ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन व कर्मियों ने जरूरतमंदों को भोजन कराया।

वैश्रि्वक महामारी कोरोना के कारण उत्पन्न संकट को ध्यान में रखते हुए MPS INTERNATIONAL SCHOOL ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन व कर्मियों ने जरूरतमंदों को भोजन कराया।
रिपोर्ट:संजीव भाटी (ग्रेटर नोएडा)

वैश्रि्वक महामारी कोरोना के कारण उत्पन्न संकट को ध्यान में रखते हुए MPS INTERNATIONAL SCHOOL ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन व कर्मियों ने जरूरतमंदों को भोजन कराया।
लॉक डाउन के बाद गरीबों तथा असहायों की मदद के लिए सामाजिक संगठन सहित विभागीय अधिकारी आने लगे हैं। इसमें कोई खाना बनवा कर बंटवा रहा, तो कोई खाद्यान्न का वितरण कर रहा, तो कोई मास्क का वितरण कर रहा है, तो कोई गांवों को सेनेटाइज करा रहा है।

उसी को देखते हुए MPS  INTERNATIONAL SCHOOL ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन चौ०सतवीर नागर  जरूरतमंद लोगों को ख़ाना वितरण कर रहे हैं।
ख़ाना वितरण करते समय सामाजिक दूरी बनाने का ख़ास तौर पर ध्यान रखा जाता हैं। स्कूल के चेयरमैन चौ० सतवीर नागर ने बताया कि हम पिछले 8 दिन से लगातार जरूरतमंद लोगों को ख़ाना वितरण कर रहे है।
और कहाँ की लॉकडाउन के चलते लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर वर्ग के लोगो को हो रही हैं हालांकि लॉकडाउन के चलते सरकार व कुछ सामाजिक संस्था भी गरीबों को राशन वितरण कर रही हैं।
और कहा कि जब तक लॉकडाउन की स्थिति बनी रहेगी तब तक हम लोगो मे ख़ाना वितरण करते रहेंगे।
ख़ाना वितरण करते समय स्कूल के चेयरमैन सतवीर नागर, यशवीर नागर, संतोष नागर, रिंकू नागर, राहुल नागर, मोहित नागर,अनुज नागर, मनीष नागर, अरविंद नागर, मनोज नागर, कपिल नागर आदि लोग मौजूद रहे।

Wednesday, April 22, 2020

लोकडौन पार्ट 2 में जहाँ 1 तरफ ड्राइवर समुदाय की सहायता न करने वाली गूँगी बहरी राज्य सरकार व केंद्र ने अपनी आंखें मूंद ली हैं


लोकडौन पार्ट 2 में जहाँ 1 तरफ ड्राइवर समुदाय की सहायता न करने वाली गूँगी बहरी राज्य  सरकार व केंद्र ने अपनी आंखें मूंद ली हैं ।

रिपोर्ट:गोविंंद कुमार(दिल्ली)

लॉकडाउनपार्ट 2 में जहाँ 1 तरफ ड्राइवर समुदाय की सहायता न करने वाली गूँगी बहरी राज्य  सरकार व केंद्र ने अपनी आंखें मूंद ली हैं 
ही दूसरी तरफ ड्राइवर समुदाय के लिये अक्षर आवाज उठाने वाले व उनके लिये जान न्योछावर करने वाले एक्सपर्ट ड्राइवर सोलुशन के जुझारू व कर्मठ राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमित भारद्वाज ने (ITF) इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के महासचिव संगम तिरपाठी जी , आल इंडिया रेलवे mens फेडरेशन की चैयरपर्सन जया अग्रवाल जी व उनके साथियों के सहयोग से सैकड़ो महिला चालको जिनको देश की आंतरिक सिपाही भी कहा जाता ह उनकी नगद धन राशि से की घर बैठे  सहायता ।

जया अग्रवाल राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय रेलवे पुरुष महासंघ (Airf)

सुमित भारद्वाज राष्ट्रीय अध्यक्ष Expert driver solution,
संगम तिरपाठी /महासचिव इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट फेडरेशन।

सुनील बडग्गुज्जर राष्ट्रीय महासचिव expert driver solution,

Tuesday, April 21, 2020

क्लोजिंग बेलः दिनभर सी-सॉ के बाद सेंसेक्स, निफ्टी में दिखा उतार-चढ़ाव।

क्लोजिंग बेलः दिनभर सी-सॉ के बाद सेंसेक्स, निफ्टी में दिखा उतार-चढ़ाव।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
 
भारतीय शेयर बाजारों ने सप्ताह की शुरुआत एक रोमांचक ट्रेडिंग डे के साथ की। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में अस्थिरता देखी गई और पूरे सत्र में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सोमवार की ट्रेडिंग का नतीजा यह रहा कि दोनों बाजार अपने-अपने स्थान पर थे। आखिरकार, सेंसेक्स 31,648 अंक पर क्लोज हुआ, जबकि निफ्टी फ्लैट होकर 9,261 अंक पर बंद हुआ। श्री अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड

मिश्रित भावनाएं हावीः 

सेंसेक्स ने 31,850 अंक के स्तर के आसपास प्रतिरोध देखा और 31,550 अंक पर सपोर्ट प्राप्त किया। दूसरी ओर, निफ्टी ने 9,400 के स्तर को टेस्ट किया और लगभग 9,250 पर इसका सपोर्ट मिला। आज कंपनियों के नतीजे और वैश्विक संकेत भारतीय बेंचमार्क को एक दिशा देने में विफल रहे। एक प्रमुख राइडर बहुप्रतीक्षित राहत पैकेज था जिसकी घोषणा की जानी बाकी है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद कॉर्पोरेट आय और लिक्विडिटी बढ़ाने के आरबीआई उपायों की प्रभावशीलता ने भी अस्पष्टता की एक और परत को जोड़ा।

पीएसयू बैंकों की रैलीः

अपने शुक्रवार के लाभ को बढ़ाते हुए पीएसयू बैंकों ने सोमवार को एक परफेक्ट बुल रन का आनंद लिया। यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और जेएंडके बैंक जैसे पीएसबी ने एनएसई पर लगभग 20% की बढ़ोतरी की। इंडियन बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र क्रमशः 16.18% और 10.05% रैली के साथ आगे बढ़े। आज निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में केवल एसबीआई 0.39% नीचे बंद हुआ।

निफ्टी बैंक इंडेक्स से एक कॉन्ट्रास्टिंग तस्वीर सामने आई क्योंकि इसमें 0.77% की गिरावट हुई। पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा और फेडरल बैंक जैसे पीएसबी के अलावा केवल एचडीएफसी ही आज हरे रंग में क्लोज हुआ। आरबीएल बैंक ने 6.56% के साथ गिरावट का नेतृत्व किया।

आईटी में बुल रनः

कमजोर रुपया, सकारात्मक तिमाही परिणाम, और आईटी सॉल्युशंस की बढ़ती मांग ने आईटी उद्योग पर निवेशक भावनाओं को बढ़ावा दिया। एचसीएल टेक्नोलॉजी, इंफोसिस और माइंडट्री जैसे स्टॉक्स को 3% से 4% के बीच लाभ देखा गया। अन्य कंपनियां जैसे 3आई इन्फोटेक, हिंदुजा ग्लोबल, सोनाटा सॉफ्टवेयर और एप्टेक क्रमशः 19.05%, 9.99%, 8.61%, और 5.77% तक आगे बढ़े। विप्रो और टीवीएस इलेक्ट्रॉनिक्स आज लगभग 3% तक गिर गए।

धातुओं ने चमक खोईः

लॉकडाउन अवधि की अनिश्चितता के बीच कई मेटल शेयरों में आज गिरावट देखी गई। देशव्यापी लॉकडाउन के बावजूद कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि जारी है। इसके अलावा, सरकारी आंकड़ों से संकेत मिलता है कि कोरोनोवायरस मामले मई के पहले सप्ताह में चरम पर जा सकते हैं जिससे लॉकडाउन में एक्सटेंशन हो सकता है। एसएंडपी बीएसई मेटल इंडेक्स में केवल नाल्को ने 6.88% अधिक पॉजीटिव ड्राइव देखी। टाटा स्टील, हिंदुस्तान जिंक, वेदांता, कोल इंडिया, और सेल सहित अन्य लिस्टेड शेयर लुढ़के, जिनका नेतृत्व हिंडाल्को ने शेयर बाजार में 6.05% की गिरावट के साथ किया।

कोविड-19 के दौरान डॉक्टर ट्रेल पर बन रहे हैं केओएल ।

कोविड-19 के दौरान डॉक्टर ट्रेल पर बन रहे हैं केओएल ।

 रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)

21 अप्रैल, 2020- दुनिया भर के सभी प्रमुख देशों ने कोविड-19 के कर्व को फ्लैट करने के लिए सख्त लॉकडाउन लगा रखा है, लेकिन फेक न्यूज का प्रसार भी खतरनाक दर से बढ़ रहा है। वायरस के बारे में मौजूदा भ्रम के बीच, माहौल में इस समय गलत सूचनाएं भी अतिरंजित हैं ,जो लोगों में डर और अनिश्चितता बढ़ा रही हैं। वेबसाइट्स पर तैरने वाली फर्जी खबरों की स्थिति यह है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक  टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस ने इस स्थिति को ‘इन्फोडेमिक’ करार दिया है।

सौभाग्य से, दुनियाभर में कंटेंट प्लेटफार्म विज्ञान आधारित तथ्यों के साथ इस इफोडेमिक को हराने के लिए प्रयासरत हैं। ऐसा ही एक प्लेटफ़ॉर्म है ट्रेल - यह एक प्रमुख कम्युनिटी-बेस्ड प्लेटफ़ॉर्म है जो क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में यूजर-जनरेटेड ओरिजिनल कंटेंट के जरिये लाइफस्टाइल की खोज को सक्षम बनाता है। हालांकि, इस प्लेटफार्म में शुरुआती निवेश स्थानीय उपभोक्ताओं की मनोरंजन जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया था, लेकिन जब से देश महामारी की चपेट में है, तब से यह लोगों को सूचित करने और शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।

प्लेटफ़ॉर्म यह कैसे कर रहा है? ट्रेल के इनोवेटिव, मल्टी-लिंग्वल अप्रौच पर एक नज़र:

व्लॉग्स के जरिये फेक्ट्स और फिक्शन को अलग करना

चूंकि, फेक न्यूज के अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मौजूद हैं, इसलिए ट्रेल ने महामारी के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए अग्रणी भारतीय डॉक्टरों को चुना है। ये डॉक्टर स्थानीय भाषा बोलने वाले दर्शकों तक पहुंचने के लिए क्षेत्रीय भाषाओं के एक समूह में व्लॉग्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। वास्तव में ट्रेल ने डॉक्टरों के साथ 25 मिलियन भारतीय यूजर्स के साथ सत्यापित और तथ्यों की जांच के बाद जानकारी साझा करने का संकल्प लिया है ताकि उन्हें सुरक्षित और सूचित रहने में मदद मिल सके।

डॉक्टरों के विशेषज्ञ ज्ञान और ट्रस्ट फेक्टर को ध्यान में रखते हुए उनकी विशेषज्ञता का लाभ उठाने का विचार जनता के बीच घबराहट और डर को कम करने में एक गेमचेंजर है। न केवल ये व्लॉग्स अधिक विश्वसनीय हैं, बल्कि वे भाषायी ऑडियंस के लिए आकर्षक और आसानी से समझने वाले भी हैं।

डॉक्टर किन विषयों को कवर कर रहे हैं? 

की ओपिनियन लीडर (केओएल) या वैचारिक नेताओं के रूप में डॉक्टर जनता तक पहुंचने के लिए प्लेटफार्म के वैल्यू प्रपोजिशन प्रस्ताव का लाभ उठा रहे हैं। वे कोविड-19 संकट से संबंधित सभी विषयों को कवर करते हैं। इनमें कोविड-19 की उत्पत्ति और लक्षण, प्रसार को रोकना, आवश्यक एहतियात और सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व शामिल हैं। इस वजह से डॉक्टर व्हाट्सएप, फेसबुक, आदि के दौर में फैल रहे फेक नॉलेज को मात दे रहे हैं।

इस पहल के माध्यम से ट्रेल प्रमाणित स्वास्थ्य विशेषज्ञों से सत्यापित जानकारी की निरंतर आपूर्ति कर रहा है और प्लेटफार्म पर लगातार अधिक से अधिक डॉक्टरों को जोड़ रहा है जो वास्तविक ज्ञान साझा कर सकते हैं और इस चुनौतीपूर्ण समय में देश की मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, डॉक्टरों के पास वैरिफाइड बैज भी है, ताकि वे खुद को अन्य क्रिएटर्स से अलग साबित कर सके।

इस अभूतपूर्व और अजीब स्थिति में हम जो भी पढ़ते हैं या देखते हैं, उस पर विश्वास करना बहुत आसान है। इसलिए, हम आधारहीन सूचनाओं के शिकार हो रहे हैं जो हमें अतिरिक्त तनाव देने का कारण बन सकते हैं। इस स्थिति में डॉक्टरों के विश्वसनीय तथ्य जो परिस्थिति के प्रत्यक्ष गवाह हैं, प्राप्त करना समय की आवश्यकता है। सौभाग्य से हमारे अग्रणी पंक्ति योद्धा - हमारे देश के डॉक्टर - महामारी और गलत सूचना को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अर्जुन भाटी ने अपने फटे जूते बेचकर 3.30 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में भेजे, जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियन अर्जुन भाटी ने फिर एक बार बड़ा काम किया है।

अर्जुन भाटी ने अपने फटे जूते बेचकर 3.30 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में भेजे, जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियन अर्जुन भाटी ने फिर एक बार बड़ा काम किया है।
रिपोर्ट:संजीव भाटी(ग्रेटर नोएडा)

जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियन अर्जुन भाटी ने फिर एक बार बड़ा काम किया है। अर्जुन ने अपने फ़टे जूते बेचकर ₹3,30,000 जुटाए और प्रधानमंत्री राहत कोष को भेजे हैं। इससे पहले अर्जुन भाटी ने अपनी ट्रॉफी बेचकर पैसे प्रधानमंत्री केयर फंड में भेजे थे। इसके बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके अर्जुन भाटी को धन्यवाद कहा था। 

अर्जुन भाटी ने जिन कटे हुए जूतों के साथ अमेरिका में जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रॉफी जीती थी, वो जूते 3,30,000 रुपये में बेचे हैं। जूते वनीश प्रधान जी ने ले लिए और  अर्जुन भाटी में यह पैसे पीएम केयर्स फंड में दान कर दिए हैं।  और कहा हम रहें या ना रहें, मेरा देश रहना चाहिए। कोरोना से सभी को बचाना है।"

अर्जुन ने बताया, "ग्रेटर नोएडा में डिपार्टमेंटल स्टोर्स के मालिक वनीष प्रधान का सोमवार को फोन आया। उन्होंने कहा कि मुझे भी एक ट्रॉफी दे दो। मैंने उनसे कहा कि ट्रॉफी तो पिछली बार सारी लोगों ने खरीद लीं। आप मेरे फटे जूते खरीद लीजिए। इस पर वह हंसने लगे। मैंने उनसे कहा, यह जूते मेरे जीवन की सबसे बड़ी धरोहर हैं। इन्हें पहनकर मैं यूएस वर्ल्ड चैंपियनशिप खेल रहा था। तभी गोल्फ स्टिक लगने से यह जूते फट गए। मेरा अंगूठा भी कट गया था। लेकिन मैं चैंपियनशिप जीत गया।"

अर्जुन ने बताया कि वनीष प्रधान ने मुझे सोमवार को 3,30,000 रुपये दिए और वह पैसे मैंने पीएम केयर्स फंड को भेज दिए हैं। आपको बता दें कि अर्जुन भाटी ने अपने छोटे से 8 साल के करियर में कमाई गई 102 ट्रॉफी लोगों को बेचकर ₹4,30,000 आये थे। अर्जुन ने यह धनराशि प्रधानमंत्री केयर फंड में जमा कर दी थी। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिट्वीट किया। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा था, "कोरोनावायरस की महामारी से निपटने के लिए देशवासियों की यही वह भावना है, जो सबसे बड़ा संबल देती है।"

आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के निवासी और जूनियर गोल्फ वर्ल्ड चैंपियन अर्जुन भाटी ने बेमिसाल काम किया है। अपने 8 साल के करियर में अर्जित की गई 102 ट्रॉफी और मेडल लोगों को देखकर ₹4,30,000 अर्जित किए। अब उन्होंने अपने जूते बेचकर एक बार फिर 3,30,000 रुपये दान दिए हैं।

अर्जुन भाटी इससे पहले एक लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में दे चुके हैं। ग्रेटर नोएडा के जेपी गोल्फ कोर्स में रहने वाले अर्जुन भाटी ने बड़ा काम किया है। अर्जुन ने अपने 8 साल के छोटे से करियर में अब तक 102 सम्मान प्रतीक हासिल किए। ये सारी ट्रॉफी और पदक उन्होंने शहर के लोगों, अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दे दिए। इसके बदले में न्यूनतम धनराशि देने का आग्रह किया। लोगों ने इन ट्रॉफी और पदक के सापेक्ष अपनी इच्छा से उन्हें पैसे दिए। जिससे ₹4,30,000 की धनराशि एकत्र हुई।

अर्जुन ने कहा, मैंने 8 साल में देश-विदेश से 102 ट्रॉफी जीतकर कमाई हैं। ये 102 ट्रोफ़ी देश पर आए संकट के समय मैंने 102 लोगों को दे दीं। उनसे आए हुए कुल 4,30,000 रुपये आज PM Care Fund में देश की मदद को दिए हैं। ये सुनकर दादी रोई और बोलीं, "तू सच में अर्जुन है, आज देश के लोग बचने चाहिएं ट्रॉफी तो फिर आ जाएंगी।"

Monday, April 20, 2020

कोविड-19 जोस्टल ने ट्रैवल और टूरिज्म बिजनेस कंपनियों के लिए बढ़ाया मदद का हाथ,महामारी से उबरने में मदद करने का लक्ष्य।

कोविड-19 जोस्टल ने ट्रैवल और टूरिज्म बिजनेस कंपनियों के लिए बढ़ाया  मदद का हाथ,महामारी से उबरने में मदद करने का लक्ष्य।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)

● ऐसी कंपनियां जो अपने व्यवसाय के लिए पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर हैं, महामारी की वजह से लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं

● कैफे मालिकों, एडवेंचर कंपनियों, वैकल्पिक आवास प्रदाताओं, संपत्ति प्रबंधकों, और फ्रेंचाइजी मालिकों, सहित अन्य के लिए सहयोग बढ़ाने का प्रयास 

 20 अप्रैल 2020: दुनियाभर में यात्रा और पर्यटन पर कोरोनावायरस महामारी का प्रभाव बहुत अधिक है। भारत में औद्योगिक संगठन सीआईआई ने वर्तमान स्थिति को देश के पर्यटन उद्योग को प्रभावित करने वाले सबसे बड़े संकट की उपमा दी है। इसका अनुमान है कि अप्रैल-जुलाई की अवधि में भारत आने वाले और यहां से बाहर जाने वाले पर्यटन दोनों को 80-100% तक प्रभावित करेगा। सर्दियों की छुट्टियों में ट्रैवल सेंटिमेंट में 40-50% की गिरावट आने की संभावना है। वर्तमान में जब सबकुछ बाधित है, यदि यह कहा जाता है कि जो लोग आजीविका के लिए यात्रा मशीनरी पर निर्भर है वह इससे प्रभावित होगा, तो यह बहुत ही कम होगा।

इस पृष्ठभूमि में कम्युनिटी-लेड, अनुभव-संचालित इकोसिस्टम जोस्टल ने संबंधित इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स तक पहुंचने की पहल की है। इनमें कैफे मालिक, एडवेंचर कंपनियां, वैकल्पिक आवास प्रदाता, प्रॉपर्टी मैनेजर, और फ्रैंचाइज़ी मालिक शामिल हैं। अपने इकोसिस्टम में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित कर जोस्टल का उद्देश्य पर्यटन पर पूरी तरह से निर्भर जमीनी स्तर के कर्मचारियों के साथ-साथ बिजनेस पार्टनर्स को संकट से उबारने में मदद करना है। इस विवेकपूर्ण और सोचे-समझे हस्तक्षेप के जरिये ब्रांड इकोसिस्टम के भीतर बहुत जरूरी रेक्यूपरेटिव ट्रांसफॉर्मेशन का अनुमान लगाता है। इस अभियान के तहत ब्रांड नए-युग के यात्रा करने के इच्छुकों के लिए मामूली कीमतों पर रिडीमेबल, क्रेडिट-बेस्ड ट्रैवल पैकेज की सुविधा भी प्रदान करेगा।

जोस्टल के सह-संस्थापक और सीईओ धरमवीर सिंह चौहान ने अपने ओपन लेटर के जरिये ट्रैवल कम्युनिटी को संबोधित करने के लिए पहल की है। इसमें उन्होंने न केवल इंडस्ट्री से जुड़ी कंपनियों को महामारी के खिलाफ एकजुट होने के लिए प्रेरित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि एक सकारात्मक परिवर्तन के साथ किस तरह हितधारक समुदाय के प्रमुख की सक्रिय भागीदारी को हासिल किया जा सके जो ट्रैवल और टूरिज्म क्षेत्र का केंद्र भी बनाता है यानी यात्री।

धरमवीर ने कहा, “भले ही यह सच है कि ट्रैवल और टूरिज्म कोरोनोवायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है और पर्यटन पर निर्भर व्यवसाय पूरी तरह से ठहर गए हैं। इसके बाद भी सबकुछ खत्म नहीं हुआ है। अगर ट्रैवल इकोसिस्टम में सभी खिलाड़ी इस अवसर पर आगे आकर एक-दूसरे का समर्थन करते हैं, तो हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम सभी मौजूदा संकट से सुरक्षित और मजबूती के साथ उभरें।” उन्होंने यह भी कहा, “हम इस तथ्य के साथ भारतभर के सभी क्षेत्रीय खिलाड़ियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखते हैं। क्योंकि, लोगों को अहसास नहीं हो रहा कि लेकिन ट्रैवल इकोसिस्टम आपस में बहुत अधिक जुड़ा हुआ है। इस वजह से  हम इंडस्ट्री के सभी हितधारकों को इस कनेक्टेड इकोसिस्टम की क्षमता का लाभ उठाने के लिए सक्षम करना चाहते हैं। ऐसा करने से न केवल उन्हें इस तूफान से उबरने में मदद मिलेगी, बल्कि यह क्षेत्र पहले से ज्यादा स्वस्थ और मजबूत होगा!"

उन्होंने कहा, “हालांकि, इस लक्ष्य को हासिल करने में केंद्रीय भूमिका उन लोगों की होगी जिन्होंने हमेशा हमारे ट्रैवल कम्युनिटी की लाइफलाइन बनाई हैः यानी यात्री स्वयं। अब समय आ गया है कि इच्छुक सदस्य आगे आएं और अपनी आजीविका के लिए यात्रा और आपके स्नेह व प्यार पर निर्भर सेवा प्रदाताओं के अस्तित्व को सुनिश्चित करें।” 

इस पहल के बाद के चरणों में पार्टनर वेंचर्स को जोस्टल प्लेटफॉर्म पर अपने व्यवसाय को सूचीबद्ध करने के लिए प्रेरित करेंगे जिससे वे क्रेडिट पर भी अपने उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं बेचने में सक्षम हो सकेंगे। उपभोक्ता तब साथी प्रतिष्ठानों में क्रेडिट भुना सकते हैं जो ओपन लेटर का सकारात्मक जवाब देते हैं और जोस्टल से हाथ मिलाते हैं। इस कदम के साथ जोस्टल ने अभूतपूर्व संकट की स्थिति में वर्तमान की रक्षा कर भारतीय यात्रा और पर्यटन उद्योग के भविष्य को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है। 

जोस्टल के बारे में 

जोस्टल एक कम्युनिटी-लेड, अनुभव-संचालित इकोसिस्टम है जो कई तरह की सेवा प्रदान करता है। इनमें सामाजिक और निजी आवास प्रदान करना, आउटडोर गतिविधियों का संचालन और अन्य लोगों के बीच मूल मनोरंजन कार्यक्रमों को क्यूरेट करना शामिल है। मूल रूप से बैकपैकर्स के लिए एक होस्टल चेन के रूप में स्थापित कंपनी का मिशन पूरे भारत में स्थानीय समुदायों को संगठित करना और मजबूत, सुलभ व भरोसेमंद ट्रैवल इकोसिस्टम विकसित करना है। जोस्टल का उद्देश्य टेक्नोलॉजी, कैपिटल और क्षेत्रीय संसाधनों के रणनीतिक मिश्रण का लाभ उठाकर इस उद्देश्य को प्राप्त करना है।

श्री प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड।

श्री प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड।
रिपोर्ट:प्रदीप विधुड़ी(दिल्ली)
 
जब दुनिया के सभी नेता कोविड-19 महामारी से लड़ने और अर्थव्यवस्था को बहाल करने के लिए आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज घोषित कर रहे हैं तो वहीं कमोडिटी बाजार पर लंबी अवधि में आर्थिक मंदी का डर बैठता जा रहा है। निवेशक कमोडिटी में अपनी निवेश रणनीतियों को संतुलित रखते हुए तलवार की नोंक पर चल रहे हैं। श्री प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड

सोना

पिछले सप्ताह निवेशकों ने अमेरिकी डॉलर की कीमतों के बढ़ने से सोने की कीमतों पर मुनाफाखोरी की और इसका नतीजा यह रहा है कि सोने की कीमतें फ्लैट रहीं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक महीने लंबे लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की योजना की घोषणा की है, जिससे मार्केट सेंटीमेंट्स को सहारा मिला और निवेशकों के सोने जैसे सेफ हैवन में निवेश की सोच को धक्का लगा। सोने की कीमतों को इस तथ्य से समर्थन मिल रहा है कि अब तक कोविड-19 महामारी ने 2.1 मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और 1,47,512 लोग मारे गए हैं। निवेशक दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों के तेजी से रिवाइवल की उम्मीद में सोने को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) ने पहले ही कहा है कि विश्व अर्थव्यवस्था 2020 में 3 प्रतिशत तक संकुचित हो सकती है क्योंकि दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियों में 1930 की महामंदी के बाद से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।

चांदी

स्पॉट सिल्वर की कीमतें 2 प्रतिशत कम होकर पिछले सप्ताह 15.1 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर बंद हुईं, जबकि एमसीएक्स पर कीमतें 0.51 प्रतिशत की तेजी के साथ 44,255 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुईं।

कच्चा तेल

डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतों में पिछले हफ्ते 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई क्योंकि कोरोनावायरस के प्रकोप ने क्रूड की मांग को कम कर दिया है और मंदी की चिंताओं को बढ़ा दिया जिसने क्रूड के लिए मांग के आउटलुक को और अधिक कमजोर किया और कीमतों को कम कर दिया। नतीजतन, ओपेक और उसके सहयोगियों ने कुछ समय में अपने उत्पादन को 19.5 मिलियन बैरल प्रतिदिन तक ट्रिम करने का फैसला किया। मार्च 2020 में तेल की कीमतों के 18 महीने के निचले स्तर पर आ जाने के बाद यह कदम उठाया गया। कई देशों द्वारा घोषित किए गए लॉकडाउन के कारण तेल की कीमतों में गिरावट आई, जिससे तेल की मांग कमजोर हुई। अमेरिकी एनर्जी इंफर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी क्रूड का स्टॉक 19 मिलियन बैरल बढ़ गया, जो कि मांग में गिरावट के बाद रिफाइनरियों की क्षमता में कमी की वजह से हुआ। ओपेक+ और अमेरिकी उत्पादन गतिविधियों में मंदी ने कीमतों में गिरावट को सीमित कर दिया।  

बेस मेटल्स

पिछले हफ्ते लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर बेस मेटल की कीमतें लेड को छोड़कर सकारात्मक स्तर पर समाप्त हो गई थीं, जो 1.1 प्रतिशत से अधिक थी। प्रमुख मेटल कंज्यूमर चीन में मांग में सुधार की उम्मीदों के बीच प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा जोरदार प्रोत्साहन उपायों ने औद्योगिक धातु की कीमतों को समर्थन दिया। हालांकि, कमजोर वैश्विक मांग के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर महामारी का व्यापक असर बेस मेटल की कीमतों पर पड़ा। कोविड-19 प्रकोप ने मंदी की आशंकाओं के चलते बेस मेटल्स की कीमतों पर नकारात्मक असर डाला है। इसके अलावा लॉकडाउन के बाद औद्योगिक गतिविधियां धीरे-धीरे तेज होंगी, जिसका असर निकट भविष्य में बेस मेटल की कीमतों पर हो सकता है।

कॉपर

एलएमई पर कॉपर की कीमतें चीन में मांग में सुधार की उम्मीद के बीच पिछले सप्ताह 0.8 प्रतिशत अधिक थी। चीन दुनिया का सबसे बड़ा कॉपर कंज्यूमर है और उसने महीनों के लॉकडाउन के बाद अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से खोल दिया है। एलएमई वेरिफाइड गोदामों पर कॉपर इन्वेंट्री का स्तर 2020 की शुरुआत से लगभग दोगुना है, जो लीडर मेटल की मांग में गिरावट की ओर संकेत करता है और कॉपर के लिए अपट्रेंड को सीमित करता है।

लोकप्रिय अभिनेता और सांसद मनोज तिवारी ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म खबरि के कोविड-19 पर #VoiceOfBlinds के लिए बन रहे सच्चे नायक शो में भाग लेंगे।

लोकप्रिय अभिनेता और सांसद मनोज तिवारी ऑडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म खबरि के कोविड-19 पर #VoiceOfBlinds के लिए बन रहे सच्चे नायक शो में भाग लेंगे।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
 
सेलेब्रिटी-बेस्ड शो अपने सफल लॉन्च के आधार पर दर्शकों के बीच ज्यादा लोकप्रिय होगा और नए एपिसोड में ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस तक पहुंचेगा

 नई दिल्ली, 17 अप्रैल 2020: इंट्रोडक्टरी एपिसोड के सफल लॉन्च और बड़े पैमाने पर मिली सकारात्मक के बाद क्षेत्रीय भाषा में भारत के सबसे तेजी से बढ़ते ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म खबरि कोरोनो वायरस संकट के बीच जनता तक पहुंचने के अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ता रहेगा। पहले एपिसोड में दिनेश लाल यादव (निरहुआ) को 86 हजार ऑडियंस ने सुना और बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया प्राप्त की और विभिन्न मीडिया चैनलों पर इसने अपनी अमिट छाप छोड़ी है।

 लोकप्रिय अभिनेता और सांसद मनोज तिवारी खबरि ऐप पर 18 अप्रैल, 2020 को शाम 7 बजे प्रसारित होने वाले टॉक शो के दूसरे एपिसोड में सेलिब्रिटी गेस्ट होंगे। 25 अप्रैल को प्रसारित होने वाले तीसरे एपिसोड में आम्रपाली दुबे अगली सेलिब्रिटी गेस्ट होंगी। इस टॉक शो को #VoiceofBlinds इनिशिएटिव के एक हिस्से  के रूप में लॉन्च किया गया है, भारत में दृष्टिहीन और दृष्टिबाधित समुदाय को समर्थन देता है। यह लॉकडाउन के दौरान नेत्रहीनों के सामने आने वाली विशिष्ट कई चुनौतियों को छूने की कोशिश करेगा और इन समस्याओं के प्रति अन्य लोगों को संवेदनशील बनाएगा।

 मनोज तिवारी ने उम्मीद जताई कि टॉक शो में उनकी भागीदारी बड़ी संख्या में ऑडियंस तक पहुंचने और दृष्टिहीन समुदाय की मदद के उद्देश्य को बढ़ावा देने में मदद करेगी। तिवारी ने कहा, “हम सभी इस समय लॉकडाउन का सामना कर रहे हैं। हमें घर के अंदर रहना है और सोशल डिस्टेंसिंग का अभ्यास जारी रखना है। हमें वर्तमान परिस्थितियों में सुरक्षित रहने के लिए लोगों को सावधानियों के बारे में शिक्षित करना चाहिए। साथ ही, हमें दृष्टिहीन समुदाय का पूरा समर्थन करना चाहिए। ”

मौजूदा स्थिति में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए खबरि के सह-संस्थापक और सीईओ श्री पुलकित शर्मा  ने कहा, “हमारा टॉक शो सच्चे नायक लॉकडाउन की आवश्यकता पर जोर देगा और महामारी के प्रसार को रोकने में यह कैसे मदद कर सकता है, इस पर बात कर रहा है। इसके अलावा, यह शो दृष्टिहीनों के कई मुद्दों को स्पर्श करेगा। इसमें रोजमर्रा की जीवन संबंधी चर्चा भी शामिल होगी और खबरि यूजर्स के साथ 5 मिनट की बातचीत के साथ इसका समापन होगा।”

 कंपनी ने बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंचने के लिए टॉक शो जैसी कई नई पहल की है। क्षेत्रीय भाषा के यूजर्स के लिए इस ऑडियो प्लेटफॉर्म का डेमोक्रेटाइज करने की योजना है। यह विभिन्न श्रेणियों और भाषाओं में ऑडियो-बेस्ड सामग्री के निर्माण और इस्तेमाल के लिए गो-टू प्लेटफॉर्म बनने के कंपनी के विजिन को बढ़ावा देगा।

खबरि के बारे में-   

खबरि क्षेत्रीय भाषा में भारत का पहला डिजिटल ऑडियो कंटेंट प्लेटफार्म है। यह भारतीय भाषा में ऑडियो कंटेंट की खोज, सुनने और बनाने के लिए पहला प्योर-प्ले ऑडियो प्लेटफ़ॉर्म है। अक्टूबर 2017 में लॉन्च किए गए खबरि के संस्थापकों में पुलकित शर्मा, अंकित रॉय और संदीप सिंह शामिल हैं। प्रधान मंत्री के ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ अभियान से प्रेरणा लेते हुए खबरि का कंसेप्ट ऐसी स्थिति से आया है जब भारत में समाचार प्रसारणकर्ताओं के लिए निजी रेडियो चैनलों पर सामग्री प्रसारित करने के लिए कानूनी अनुमति नहीं है। ऑल इंडिया रेडियो पर दिन में निश्चित समय पर समाचार प्रसारित किए जाते हैं लेकिन भारतीय ऑडियंस के पास उनकी स्थानीय भाषाओं में समाचार और अन्य अपडेट्स के लिए कोई अन्य ऑडियो-बेस्ड प्लेटफार्म नहीं हैं। स्थानीय श्रोताओं को अधिक विकल्प देने के लिए खबरि के संपादकों ने अपने लिबरल कंजम्प्शन के लिए दिनभर में महत्वपूर्ण और उपयोगी सामग्री को क्यूरेट किया है। खबरि का प्लेटफार्म स्थानीय और साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंटेंट को भारतीय जनता के लिए उनकी क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध करने के लिए बनाया गया है।

Sunday, April 19, 2020

सेंसेक्स की 986 अंकों की रैली; निफ्टी 3% चढ़कर 9,266 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की 986 अंकों की रैली; निफ्टी 3% चढ़कर 9,266 पर बंद हुआ।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)

भारतीय शेयर बाजारों में यह एक परफेक्ट शुक्रवार था। दिन के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 3% से अधिक की तेजी देखने को मिली। आज, आरबीआई की प्रेस विज्ञप्ति ने कोरोनावायरस की दवाई के तौर पर 'रीमेडिसविर' सामने आने की खबरों के साथ बाजार में सकारात्मक चिंगारी पैदा की। इसके अलावा भारत सरकार प्रोत्साहन पैकेज को अंतिम रूप दे रही है जिसकी घोषणा सप्ताहांत में कभी भी की जा सकती है। इन सभी घटनाओं ने बाजार के लिए बहुत आवश्यक गति उत्पन्न की और नकारात्मकता को पीछे छोड़ दिया।श्री अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग

आरबीआई की घोषणाः

कारोबारी घंटों के दौरान कुछ सबसे अच्छी खबरें आरबीआई से आईं। नियामक ने कोरोनोवायरस के आर्थिक प्रभाव को कम करने के लिए कई उपायों की घोषणा की और संबंधित मुद्दों पर आवश्यक स्पष्टता भी दी। इन उपायों में 50,000 करोड़ रुपए एलटीआरओ इंजेक्शन, रिवर्स रेपो दर में 25 बेसिस अंक की कटौती, और राज्यों के लिए वेज एंड मींस एडवांसेस (डब्ल्यूएमए) सीमा 60% तक बढ़ने की बातें शामिल हैं। यह भी स्पष्ट किया कि 90-दिवसीय एनपीए नॉर्म मॉरेटोरियम के तहत दिए गए क्रेडिट पर लागू नहीं होगा और अचल संपत्ति कंपनियों को दिए गए एनबीएफसी लोन पर भी शैड्यूल कमर्शियल बैंकों वाणिज्यिक बैंकों द्वारा प्राप्त लाभ बराबरी से दिए जाएंगे।

बैंक और रियल्टी रैली

आरबीआई की घोषणा के बाद बैंकिंग, एनबीएफसी और रियल्टी सेग्मेंट में अच्छी रैली देखी गई। निफ्टी बैंक 6.61% बढ़कर बंद हुआ जबकि निफ्टी रियल्टी भी 3.59% उछला। दोनों सूचकांकों में शामिल 100% स्टॉक आगे बढ़ते दिखे। एसएंडपी बीएसई फाइनेंस में 98 स्टॉक आगे बढ़े और सिर्फ 12 में गिरावट देखी गईं। इंडेक्स के भीतर इक्विटास होल्डिंग्स 21.15%, जेएंडके बैंक 19.95% और इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस ने 17.61% की बढ़त के साथ रैली की। रियल्टी सेगमेंट में, ओबेरॉय रियल्टी ने 13.05% की वृद्धि की, जबकि अन्य स्टॉक जैसे सोभा, इंडियाबुल्स आरई, एचडीआईएल, और सनटेक रियल्टी ने 4% और 5% के बीच उछाल मारी।

1992 के बाद पहली बार चीनी अर्थव्यवस्था में सिकुड़न

हमारी पड़ोसी अर्थव्यवस्था चीन और कोविड-19 के प्रकोप का एपिसेंटर की मैक्रो-इकोनॉमिक तस्वीर भी सामने आई। चीन की अर्थव्यवस्था भी कोरोनोवायरस-प्रेरित लॉकडाउन और प्रोडक्शन-हॉल्ट के प्रत्यक्ष प्रभाव के रूप में सिकुड़ गई। 1992 के बाद यह पहली बार है कि चीनी अर्थव्यवस्था ने नकारात्मक तिमाही वृद्धि दर दी है। जारी किए गए आंकड़ों ने संकेत दिया है कि वित्त वर्ष 2020 की अंतिम तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर में 6.8% गिरावट दर्ज की गई है।

सेबी ने चीनी निवेश की जांच बढ़ाई

महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तौर पर सेबी ने गुरुवार को ऑफशोर फंड्स को वर्गीकृत करने का अनुरोध किया, जिसमें पाकिस्तान, उत्तर कोरिया, ईरान, ताइवान, म्यांमार और अन्य एशियाई देशों में स्थित ‘बेनेफिशियल ऑनर’ हो सकते हैं। यह संभवतः चीनी सरकार द्वारा समर्थित भी हो सकते हैं। यह कदम इस सप्ताह के शुरू में चीनी और हांगकांग-बेस्ड एफपीआई की जांच के फॉलोअप के तौर पर सामने आया है।

सभी नजरें अब राहत पैकेज परः 

मोदी सरकार अब भारतीय जनता और कॉर्पोरेट की चुनौतियों का सामना करने के लिए आर्थिक राहत पैकेज को अंतिम रूप दे रही है। पैकेज की घोषणा वीकेंड में कभी भी होने की संभावना है।

Saturday, April 18, 2020

कोविड-19 लॉकडाउन से नहीं होगा पढ़ाई का नुकसान; नेक्स्ट एजुकेशन के लर्निंगप्लेटफार्म पर वर्चुअल स्कूल सॉल्युशन कायम रखेगा पढ़ाई की निरंतरता।

कोविड-19 लॉकडाउन से नहीं होगा पढ़ाई का नुकसान; नेक्स्ट एजुकेशन के लर्निंग
प्लेटफार्म पर वर्चुअल स्कूल सॉल्युशन कायम रखेगा पढ़ाई की निरंतरता।

रिपोर्ट:गोविंद कुमार (दिल्ली)

एंड-टू-एंड के-12 एजुकेशन सॉल्युशंस प्रोवाइडर ने नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिये  बिना किसी दिक्कत के लर्निंग और शैक्षणिक गतिविधियां सुनिश्चित करने की दिशा में आगे बढ़ाया कदम।

16 अप्रैल, 2020: पूरे भारत में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने पूरे भारत में लॉकडाउन लागू किया गया है। नतीजतन, स्कूल बंद हैं, शैक्षणिक गतिविधियों निलंबित हैं और ऑनलाइन क्लास के प्लेटफार्म अपर्याप्त होने से शिक्षा क्षेत्र में बहुत नुकसान हो रहा है। इस परिस्थिति को देखते हुए भारत के प्रमुख एजुकेशन सॉल्युशन प्रोवाइडर नेक्स्ट एजुकेशन इंडिया प्रा. लि. ने स्कूलों की मदद के लिए कदम आगे बढ़ाया है ताकि वे नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिये बिना किसी दिक्कत के रिमोट लर्निंग और शैक्षणिक गतिविधियां संचालित कर सकें। यह प्लेटफार्म एक स्कूल-इन-अ-बॉक्स सॉल्युशन/समग्र सॉल्युशन है जिससे स्कूलों को ऑफलाइन से ऑनलाइन लर्निंग में शिफ्ट होने में मदद मिल रही है।

नेक्स्ट एजुकेशन शैक्षणिक गतिविधियों और के-12 लर्निंग माहौल को अधिक इंटरेक्टिव, क्रिएटिव और एंगेजिंग बनाने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए इंटिग्रेटेड लर्निंग प्लेटफार्म नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहा है। इसमें नेक्स्टईआरपी, नेक्स्टएलएमएस जैसे फीचर हैं, जिनमें लाइव लेक्चर्स, नेक्स्टअसेसमेंट, स्थानीय व प्रमुख राज्यों के शिक्षा बोर्डों की अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री भी उपलब्ध है।

कोविड-19 के मद्देनजर और यह सुनिश्चित करने के लिए कि शैक्षणिक गतिविधियों में व्यवधान न आएं, नेक्स्ट एजुकेशन 30 अप्रैल, 2020 तक अपने पार्टनर स्कूलों को नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म की सदस्यता मुफ्त प्रदान कर रहा है।

निरंतर सिखाने और बिना किसी बाधा के शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन की सुविधा प्रदान करने पर जोर देने के साथ ही देश में शैक्षणिक संस्थानों के लिए ऑनलाइन लर्निंग सॉल्युशन अपनाना आवश्यक हो गया है। नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म स्कूलों की गतिविधियों और संचार के प्रबंधन के लिए नेक्स्टईआरपी उपलब्ध करता है; लेसन प्लान बनाने, असाइन करने और होमवर्क ट्रैक करने और लाइव लेक्चर आयोजित करने के लिए नेक्स्ट एलएमएस शिक्षकों को सक्षम बनाता है। लाइव लेक्चर के माध्यम से शिक्षक इंटरनेट की मदद से एक वर्चुअल क्लास विकसित करते हैं और बहुत दूर बैठकर भी छात्रों को पढ़ा पाते हैं। छात्र रिकॉर्ड किए गए सत्रों को जितनी बार चाहे, देख सकते हैं। सत्रों के बारे में वास्तविक समय में सूचनाएं भी प्रदान कर सकते हैं। 

शिक्षक छात्रों के संदेह दूर करने के लिए लाइव ऑनलाइन डाउट सेशंस भी ले सकते हैं। नेक्स्टअसाइनमेंट एक शक्तिशाली साधन है जो शिक्षकों को ऑटोमेटिक असेसमेंट जनरेटर का उपयोग कर असेसमेंट करने, एडॉप्टिव टेस्ट असाइन करने और छात्रों को व्यक्तिगत स्तर पर फीडबैक देने की अनुमति देता है। हमारी पुरस्कार विजेता डिजिटल सामग्री नेक्स्टकरिकुलम और टीचनेक्स्ट सामग्री से अलाइन है। डिजिटल सामग्री आईसीएसई, सीबीएसई, आईजीसीएसई और 29 राज्य बोर्डों के लिए 7 विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है।

शिक्षा में आ रही बाधाओं को दूर करने पर नेक्स्ट एजुकेशन के सीईओ और सह-संस्थापक श्री ब्यास देव राल्हन ने कहा, “नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से हमारा मिशन स्कूलों को सही दिशा में कदम आगे बढ़ाने में सक्षम बनाना है ताकि कोविड-19 का लॉकडाउन शैक्षणिक गतिविधियों में बाधा न बन सके। हमारा 'स्कूल-इन-द-बॉक्स' प्लेटफ़ॉर्म स्कूलों को नेक्स्टईआरपी, नेक्स्टएलएमएस, लाइव लेक्चर, ऑनलाइन क्लासेस जैसे और भी साधनों के जरिये वर्चुअल स्कूल चलाने <span lang="EN" style

क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो की करोल बाग/आनंद पर्वत शाखा के प्रभारी श्री मनिंद्र सिंह जी ने अपनी टीम के साथ इलाके की गरीब बस्तियों में भोजन सामग्री की वितरण।

 क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो की करोल बाग/आनंद पर्वत शाखा के प्रभारी श्री मनिंद्र सिंह जी ने अपनी टीम के साथ इलाके की गरीब बस्तियों में भोजन सामग्री की वितरण।
रिपोर्ट:प्रदीप विधुड़ी (नई दिल्ली)
लॉकडाउन 2, 
लॉकडाउन में सबसे बड़ी समस्या ग़रीब मजदूरों को खाद्य सामग्री की हो रही हैं जिसके चलते सरकार भी उच्च स्तर पर काम कर रही हैं और प्रशासन के साथ साथ सामाजिक संस्थायें भी ग़रीब मजदूरो को अपने स्तर पर राशन वितरण कर रही हैं। उसी के चलते आज क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो (दिल्ली) की करोल बाग टीम ने गरीबों को राशन वितरण किया।
क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो के चेयरमैन डॉ०जसवीर आर्य जी ने बताया कि आज हमारी CFIB की करोल बाग/आनंद पर्वत शाखा के प्रभारी श्री मनिंद्र सिंह जी ने अपनी टीम के साथ इलाके की गरीब बस्तियों में भोजन सामग्री वितरण किया। हमें गर्व आपने ऐसे साथियों पर जय हिंद जय भारत दिल्ली।

Friday, April 17, 2020

आवश्यक सामान की हाइपरलोकल डिलीवरी के क्षेत्र में शिपरॉकेट ने किया प्रवेश।

आवश्यक सामान की हाइपरलोकल डिलीवरी के क्षेत्र में शिपरॉकेट ने किया प्रवेश।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
 
   8 किलोमीटर के दायरे में भोजन, किराने का सामान और फार्मास्यूटिकल्स के लिए सेम डे और नेक्स्ट डे डिलीवरी की सुविधा देगा

भारत के सबसे बड़े क्राउडसोर्स डिलीवरी प्लेटफार्म शैडोफैक्स के साथ साझेदारी की ताकि बिना किसी दिक्कत के डिलीवरी दी जा सके

यह सेवा अहमदाबाद, दिल्ली, जयपुर, मुंबई, पुणे और इसके जैसे 14 प्रमुख शहरों में उपलब्ध होगी

 17 अप्रैल,2020:  कोविड-19 के प्रकोप और पूरे देश में लॉकडाउन की अवधि तीन मई तक बढ़ाने के फैसले को ध्यान में रखते हुए डी2सी विक्रेताओं के लिए टेक-इनेबल्ड लॉजिस्टिक एग्रीगेटर शिपरॉकेट ने आवश्यक वस्तुओं के लिए हाइपरलोकल डिलीवरी सेवाएं शुरू की हैं। इस नई सेवा के जरिये ब्रांड ई-कॉमर्स कंपनियों को खाद्य पदार्थों, किराना सामान और फार्मास्यूटिकल्स बेचने में सक्षम करेगा, जो शैडोफैक्स के डिलीवरी पार्टनर्स की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर 8 किलोमीटर के दायरे में ऑर्डर भेजेगा।

नई सेवा अहमदाबाद, दिल्ली, जयपुर, मुंबई, पुणे, फरीदाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और इसी तरह 14 प्रमुख शहरों में शुरू की गई है।

इस साझेदारी के साथ शिपरॉकेट अपने अनुभवी डिलीवरी प्रोवाइडर्स के जरिये आवश्यक वस्तुओं की बिना किसी परेशानी के डिलीवरी की सुविधा प्रदान करेगा। इस सेवा का लाभ उठाते हुए ब्रांड सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचने में सक्षम होंगे और सेम डे और नेक्स्ट डे डिलीवरी कर सकेंगे। वजन पर कोई प्रतिबंध या रिटर्न पर अतिरिक्त शुल्क नहीं होने से शिपरॉकेट किसी भी ब्रांड को सभी ऑर्डर 79 रुपए/5किमी की मामूली दर पर डिलीवर करने की अनुमति देगा।

 नई सेवा के शुभारंभ पर बोलते हुए शिपरॉकेट के सीईओ और सह-संस्थापक श्री साहिल गोयल ने कहा, “ई-कॉमर्स पर विक्रेता डिलीवरी एंजेट्स की अनुपलब्धता के कारण ऑर्डर डिलीवरी में देरी करते हैं और अपने ग्राहकों को खो देते हैं। मौजूदा परिस्थिति में ग्राहक अपने ऑर्डर को पोस्ट करने के बाद एक दिन से अधिक समय तक इंतजार करना पसंद नहीं करते, खासकर आवश्यक वस्तुओं के लिए। शिपरॉकेट हाइपरलोकल यह सुनिश्चित करेगा कि ग्राहक उसी दिन या अगले दिन अपने ऑर्डर प्राप्त कर लें और यह काम शैडोफैक्स के अनुभवी डिलीवरी एजेंटों की मदद से किया जाता है। इस तरह के अनिश्चित और चुनौतीपूर्ण समय में शिपरॉकेट विक्रेताओं को तेजी से डिलीवर करने या अंतिम व्यक्ति तक जल्द से जल्द डिलीवरी पहुंचाने में मदद कर ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और लाभदायक व्यवसाय निरंतरता बनाए रखने की अनुमति देगा। ”

साझेदारी पर बात करते हुए, भारत के सबसे बड़े क्राउडसोर्स लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म शैडोफैक्स के सीईओ अभिषेक बंसल ने कहा, “वर्तमान स्थिति में लॉकडाउन की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि लोगों को समय पर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता रहे। शिपरॉकेट के साथ हमारी साझेदारी महत्वपूर्ण है और इससे हम लोगों को उनके भरोसेमंद स्टोरों से कुछ ही घंटों के भीतर आवश्यक वस्तुओं की हाइपरलोकल डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयासरत हैं। यह साझेदारी ओम्नीचैनल के माध्यम से प्रौद्योगिकी और लॉजिस्टिक सेवा की संयुक्त पेशकश है, जो खुदरा विक्रेताओं, हाइपरमार्केट, फार्मेसियों और जिनके कई आउटलेट्स हैं, उन्हें ग्राहकों को तुरंत सेवा देने में सक्षम बनाएगी।”  

2016 में शुरू किया गया शिपरॉकेट ई-कॉमर्स के क्षेत्र में कार्यरत एमएसएमई के साथ काम करता है, 220 देशों और भारत में 26 हजार पिन कोड्स पर शिपमेंट प्रदान करता है। आज ब्रांड के पास 1.5 लाख विक्रेता हैं और वह 15 कोरियर पार्टनर्स के साथ काम कर रहा है।

 शिपरॉकेट के बारे में-  

 शिपकोर एक नए जमाने का लॉजिस्टिक्स एग्रीगेशन प्लेटफॉर्म है जो ई-कॉमर्स सेक्टर में काम करने वाले एमएसएमई के लिए वैश्विक और घरेलू शिपिंग को संचालित करता है। शिपरॉकेट 15 कोरियर पार्टनर्स के साथ लगभग 220 देशों और भारत में 26,000 पिन कोड्स पर डिलीवर करता है। 2016 में शुरू हुए शिपरॉकेट के पास आज 1.5 लाख विक्रेता हैं और अब तक $120 मिलियन से अधिक का जीएमवी चला चुके हैं। प्लेटफ़ॉर्म के कुछ यूएसपी में एआई-संचालित रिकमंडेशन इंजन, कॉस्ट-इफेक्टिवनेस (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग दरों के साथ), टाइम-इफिशियंसी, डेटा-ड्रिवन अप्रौच और विक्रेताओं के लिए आसानी-से-उपयोग किया जा सकने वाले इंटीग्रेटेड इकोसिस्टम शामिल हैं (शिपरॉकेट 360 और शिपरॉकेट सोशल सहित) शामिल हैं। इसने पूरे भारत में ई-कॉमर्स शिपिंग के लिए अगली पीढ़ी के लॉजिस्टिक इनेबलर के रूप में उभरते हुए अपने ऑपरेशनल/ टारगेट जियोग्राफी या बिजनेस वॉल्युम पर ध्यान दिए बिना कस्टमरों को जोड़ा और कुल मिलाकर 300 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर हासिल करने में प्लेटफार्म को सक्षम किया है।

कमोडिटी ने दिए मिश्रित संकेत, ग्लोबल इकोनॉमिक रिकवरी से जुड़े समाचारों पर निवेशक सतर्क।

कमोडिटी ने दिए मिश्रित संकेत, ग्लोबल इकोनॉमिक रिकवरी से जुड़े समाचारों पर निवेशक सतर्क।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)

कोविड-19 महामारी से रिकवरी की पृष्ठभूमि में तेज नुकसान से बचने के लिए निवेशक जिंसों पर आक्रामक दांव लगाने से बच रहे हैं। हालांकि, सभी बड़े देशों ने अपनी  अर्थव्यवस्थाओं के लिए रिकवरी प्लान तैयार कर लिए हैं, लेकिन निवेशक अब भी इस बात को लेकर सुनिश्चितन नहीं है कि कितने समय में औद्योगिक गतिविधियां पहले की तरह सामान्य हो जाएंगी।श्री प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड

सोना

गुरुवार को स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.11 प्रतिशत बढ़कर 1717.7 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने पिछले हफ्ते बेरोजगारों के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की, जिससे उम्मीदें बढ़ गईं कि कोविड-19 महामारी का असर जल्द ही कम होगा। लगभग 5.2 मिलियन अमेरिकियों ने पिछले हफ्ते बेरोजगारी लाभ का दावा पेश किया जो कि इसके पहले के सप्ताह के 6.6 मिलियन के मुकाबले थोड़ा कम था। पिछले एक महीने में कुल रिपोर्ट में बेरोजगारी दावों में 20 मिलियन से अधिक की वृद्धि हुई है क्योंकि अमेरिका में आर्थिक गतिविधियां ठहराव पर आ गई हैं। एक महीने के लॉकडाउन के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए नए दिशानिर्देशों की घोषणा की, जिसका नतीजा यह हुआ कि सुरक्षित संपत्ति के तौर पर बाजार में सोने की मांग बढ़ गई। हालांकि, वैश्विक मंदी की चिंताओं ने महामारी से पैदा हुए कहर को भी दर्शाया है जिसने 2 मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और दुनिया भर में 1,36,667 लोगों की मौत हुई है। इसने सोने की कीमतों को काबू में रखा है। 

 चांदी

गुरुवार को स्पॉट सिल्वर की कीमतें 0.94 प्रतिशत बढ़कर 15.6 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुईं जबकि एमसीएक्स पर कीमतें 0.51 प्रतिशत की तेजी के साथ 44,255 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुईं

कच्चा तेल  

गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतें 19.9 डॉलर प्रति बैरल पर फ्लैट बंद हुईं क्योंकि ओपेक+ ने उत्पादन गतिविधियों को थाम लिया और यूएस ने कीमतों में मंदी का समर्थन किया है। हालांकि, दुनिया भर में लॉकडाउन के कारण कम हुई मांग ने कच्चे तेल की कीमतों को काफी प्रभावित किया है, क्योंकि ईंधन की औद्योगिक मांग में गिरावट आई है। ओपेक और उसके सहयोगियों ने कुछ समय में अपना उत्पादन घटाकर 19.5 मिलियन बैरल प्रति दिन करने का फैसला किया है। मार्च-2020 में तेल की कीमतों के 18 महीने के निचले स्तर पर आने के बाद यह कदम उठाया गया। तेल की कीमतों में गिरावट आई है क्योंकि कई देशों द्वारा घोषित किए गए लॉकडाउन के कारण औद्योगिक गतिविधियों में गिरावट आई है और तेल की मांग थम गई है। मंदी की चिंताओं ने कच्चे तेल के डिमांड आउटलुक पर भी संदेह के बादल ला दिए हैं और इससे कीमतें और नीचे चली गई हैं। हालांकि, मांग में कमी की वजह से ओपेक+ ग्रुप ने उत्पादन में कटौती की और अमेरिका में रिफाइनरी उत्पादन में कमी की गई, इससे कीमतों की गिरावट सीमित करने में मदद मिली है।  

 बेस मेटल्स

गुरुवार को लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर बेस मेटल की कीमतें मिश्रित रहीं क्योंकि संभावित वैश्विक मंदी के कारण औद्योगिक धातुओं की मांग कम हुई है। चीन से आए  सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने कीमतों को कुछ सपोर्ट दिया है। हालांकि, बाकी दुनिया में औद्योगिक गतिविधि में ठहराव स्पष्ट रूप से आर्थिक मंदी का संकेत दे रहा है, जिसके कारण बेस मेटल्स की मांग में कमी आई है। कोविड-19 के प्रकोप ने वैश्विक मंदी की आशंका को मजबूती दी है , जिसने औद्योगिक धातुओं के आउटलुक को कमजोर किया है।

लॉकडाउन के बाद ऑपरेशंस शुरू करने में भी औद्योगिक गतिविधियां धीमी ही रहेंगी जिससे बेस मेटल की कीमतों पर मंदी का असर रहने की संभावना है।

कॉपर

गुरुवार को एलएमई कॉपर की कीमतें 0.56 प्रतिशत बढ़कर 5,140 डॉलर प्रति टन पर बंद हुईं क्योंकि चीन के सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों ने लाल धातु की कीमतों को सपोर्ट दिया। एलएमई वेरिफाइड वेयरहाउस पर कॉपर इन्वेंट्री का स्तर 2020 की शुरुआत के बाद से लगभग दोगुना हो गया है, जो इस धातु के प्रति डिमांड में गिरावट का स्पष्ट संकेत है।

Thursday, April 16, 2020

बाजार दिन के हाई से 4% गिरे; बैंकिंग, ऑटो और एनर्जी सबसे बुरी तरह प्रभावित ।

बाजार दिन के हाई से 4% गिरे; बैंकिंग, ऑटो और एनर्जी सबसे बुरी तरह प्रभावित ।

 रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)

आज ऐसा लग रहा था कि शेयर बाजार अपनी रैली जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुबह की बढ़त दोपहर के भोजन के समय तक आते-आते खत्म हो गई। सेंसेक्स 31,688 के हाई से 1,300 अंक नीचे आ गया था, लेकिन बाद में संभलकर थोड़ा ऊपर 30,398 पर बंद हुआ। निफ्टी ने भी ऐसा ही किया और शुरुआती स्तर से 0.76% नीचे बंद हुआ। श्री अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग 

बैंक, ऑटो और एनर्जी क्षेत्र को तगड़ा नुकसान

निफ्टी बैंक में तगड़ी गिरावट रही और कोटक बैंक 6.17% की गिरावट के साथ बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक में भी लगभग 3.58%, बंधन बैंक 3.21% और बैंक ऑफ बड़ौदा 1.81% की गिरावट देखी गई। इंडसइंड बैंक, आरबीएल बैंक और फेडरल बैंक जैसे अन्य बैंक 1.8% से 3.3% ऊपर बंद हुए। इसके साथ-साथ एनएसई में हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर और मारुति सुजुकी क्रमशः 4.95%, 4.66% और 3.57% नुकसान के साथ बंद हुए। आरआईएल, टाटा पावर, ओएनजीसी, और पावर ग्रिड ने गोता लगाया जिससे एनर्जी शेयरों में गिरावट आई है।

एफएमसीजी रैलीः

30 अप्रैल से लॉकडाउन में ढील देने की संभावनाओं के बीच बुधवार को एफएमसीजी सेक्टर को अच्छा सपोर्ट मिला। निफ्टी में, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, डाबर, नेस्ले, आईटीसी और मैरिको जैसे शेयर 4% ऊपर बंद हुए। दूसरी ओर यूनाइटेड ब्रेवरीज, यूनाइटेड स्पिरिट्स, पीएंडजी और इमामी जैसी कुछ कंपनियों को भी लंच के बाद के कारोबार के दौरान दबाव में देखा गया। एसएंडपी बीएसई एफएमसीजी में 4.33% की बढ़त देखी गई, जिसमें 43 स्टॉक बढ़त और 25 गिरावट के साथ बंद हुए। दिन के कारोबार में डीएफएम फूड्स की श्रेणी में 19.99% की बढ़ोतरी हुई।

फार्मा में उतार-चढ़ाव का दौरः

निफ्टी फार्मा शुरुआती स्तर से 0.06% नीचे बंद हुआ। इंडेक्स के भीतर केवल 3 स्टॉक बढ़त के साथ बंद हुए जैसे कि डिविस लेबोरेटरी, अरबिंदो फार्मा और डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी। कैडिला हेल्थ ने 4.14% नीचे आया जबकि टोरेंट फार्मा ने भी 3.32% का नुकसान उठाया।

कच्चा तेल नीचे:

निवेशक 15 अप्रैल को अपनी पोजिशन में शॉर्टिंग करते देखे गए, जिससे वायदा कारोबार में कच्चा तेल 1,519 रुपये प्रति बैरल पर आ गया। तेल की कीमतें गिरने के पीछे मुख्य कारण ओपेक+ और गैर-ओपेक देशों द्वारा घोषित उत्पादन कटौती थी। प्रस्तावित कटौती का कीमतों पर बहुत कम और बिल्कुल भी असर नहीं होने की उम्मीद थी। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी ने संकेत दिया कि पिछले साल के मुकाबले इस अप्रैल में तेल की वैश्विक मांग 29 मिलियन बैरल प्रतिदिन घट जाएगी। इस वजह से उत्पादन में कटौती बमुश्किल तत्काल प्रभाव से कीमतों में स्थिरता ला सकेगी।

कोविड-19 लॉकडाउन से नहीं होगा पढ़ाई का नुकसान; नेक्स्ट एजुकेशन के लर्निंगप्लेटफार्म पर वर्चुअल स्कूल सॉल्युशन कायम रखेगा पढ़ाई की निरंतरता।

कोविड-19 लॉकडाउन से नहीं होगा पढ़ाई का नुकसान; नेक्स्ट एजुकेशन के लर्निंग
प्लेटफार्म पर वर्चुअल स्कूल सॉल्युशन कायम रखेगा पढ़ाई की निरंतरता।


रिपोर्ट:गोविंद कुमार (दिल्ली)

एंड-टू-एंड के-12 एजुकेशन सॉल्युशंस प्रोवाइडर ने नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिये  बिना किसी दिक्कत के लर्निंग और शैक्षणिक गतिविधियां सुनिश्चित करने की दिशा में आगे बढ़ाया कदम 

 16 अप्रैल, 2020: पूरे भारत में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने पूरे भारत में लॉकडाउन लागू किया गया है। नतीजतन, स्कूल बंद हैं, शैक्षणिक गतिविधियों निलंबित हैं और ऑनलाइन क्लास के प्लेटफार्म अपर्याप्त होने से शिक्षा क्षेत्र में बहुत नुकसान हो रहा है। इस परिस्थिति को देखते हुए भारत के प्रमुख एजुकेशन सॉल्युशन प्रोवाइडर नेक्स्ट एजुकेशन इंडिया प्रा. लि. ने स्कूलों की मदद के लिए कदम आगे बढ़ाया है ताकि वे नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिये बिना किसी दिक्कत के रिमोट लर्निंग और शैक्षणिक गतिविधियां संचालित कर सकें। यह प्लेटफार्म एक स्कूल-इन-अ-बॉक्स सॉल्युशन/समग्र सॉल्युशन है जिससे स्कूलों को ऑफलाइन से ऑनलाइन लर्निंग में शिफ्ट होने में मदद मिल रही है।

नेक्स्ट एजुकेशन शैक्षणिक गतिविधियों और के-12 लर्निंग माहौल को अधिक इंटरेक्टिव, क्रिएटिव और एंगेजिंग बनाने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए इंटिग्रेटेड लर्निंग प्लेटफार्म नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहा है। इसमें नेक्स्टईआरपी, नेक्स्टएलएमएस जैसे फीचर हैं, जिनमें लाइव लेक्चर्स, नेक्स्टअसेसमेंट, स्थानीय व प्रमुख राज्यों के शिक्षा बोर्डों की अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री भी उपलब्ध है।

कोविड-19 के मद्देनजर और यह सुनिश्चित करने के लिए कि शैक्षणिक गतिविधियों में व्यवधान न आएं, नेक्स्ट एजुकेशन 30 अप्रैल, 2020 तक अपने पार्टनर स्कूलों को नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म की सदस्यता मुफ्त प्रदान कर रहा है।

निरंतर सिखाने और बिना किसी बाधा के शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन की सुविधा प्रदान करने पर जोर देने के साथ ही देश में शैक्षणिक संस्थानों के लिए ऑनलाइन लर्निंग सॉल्युशन अपनाना आवश्यक हो गया है। नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म स्कूलों की गतिविधियों और संचार के प्रबंधन के लिए नेक्स्टईआरपी उपलब्ध करता है; लेसन प्लान बनाने, असाइन करने और होमवर्क ट्रैक करने और लाइव लेक्चर आयोजित करने के लिए नेक्स्ट एलएमएस शिक्षकों को सक्षम बनाता है। लाइव लेक्चर के माध्यम से शिक्षक इंटरनेट की मदद से एक वर्चुअल क्लास विकसित करते हैं और बहुत दूर बैठकर भी छात्रों को पढ़ा पाते हैं। छात्र रिकॉर्ड किए गए सत्रों को जितनी बार चाहे, देख सकते हैं। सत्रों के बारे में वास्तविक समय में सूचनाएं भी प्रदान कर सकते हैं। 

शिक्षक छात्रों के संदेह दूर करने के लिए लाइव ऑनलाइन डाउट सेशंस भी ले सकते हैं। नेक्स्टअसाइनमेंट एक शक्तिशाली साधन है जो शिक्षकों को ऑटोमेटिक असेसमेंट जनरेटर का उपयोग कर असेसमेंट करने, एडॉप्टिव टेस्ट असाइन करने और छात्रों को व्यक्तिगत स्तर पर फीडबैक देने की अनुमति देता है। हमारी पुरस्कार विजेता डिजिटल सामग्री नेक्स्टकरिकुलम और टीचनेक्स्ट सामग्री से अलाइन है। डिजिटल सामग्री आईसीएसई, सीबीएसई, आईजीसीएसई और 29 राज्य बोर्डों के लिए 7 विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है।

शिक्षा में आ रही बाधाओं को दूर करने पर नेक्स्ट एजुकेशन के सीईओ और सह-संस्थापक श्री ब्यास देव राल्हन ने कहा, “नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से हमारा मिशन स्कूलों को सही दिशा में कदम आगे बढ़ाने में सक्षम बनाना है ताकि कोविड-19 का लॉकडाउन शैक्षणिक गतिविधियों में बाधा न बन सके। हमारा 'स्कूल-इन-द-बॉक्स' प्लेटफ़ॉर्म स्कूलों को नेक्स्टईआरपी, नेक्स्टएलएमएस, लाइव लेक्चर, ऑनलाइन क्लासेस जैसे और भी साधनों के जरिये वर्चुअल स्कूल चलाने की अनुमति देता है।" श्री राल्हन ने यह भी कहा कि, “बिना किसी व्यवधान के शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित करने पर जोर देने के साथ ही देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों को ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म अपनाने की आवश्यकता है। लाइव लेक्चर वास्तविक कक्षा का माहौल बनाता है, जिससे छात्रों में सीखने और उपस्थित रहने के प्रति उत्साह और रुचि पैदा होती है।"

देश भर के विभिन्न स्कूल शैक्षणिक कार्यों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न साधनों का उपयोग कर रहे हैं। आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल, गुड़गांव की प्रिंसिपल डॉ. रूपा मारवाह भल्ला ने कहा कि “लॉकडाउन में कक्षाएं संचालित करने का एकमात्र जरिया लाइव लेक्चर है। हम आशा करते हैं कि कम से कम 60% छात्र इसका लाभ उठाना शुरू कर देंगे। यदि माता-पिता गंभीरता से लेते हैं, तो हम इसे 100% सफल बना सकते हैं। ऑफलाइन से ऑनलाइन लर्निंग के इस बदलाव से स्कूलों को काफी हद तक मदद मिलेगी। ”

भारतभर के स्कूलों ने कोविड-19 महामारी के बीच अपने छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और साथ ही ऑनलाइन शैक्षणिक गतिविधियों को अपनाने के लिए नेक्स्ट लर्निंग प्लेटफार्म को स्वीकार किया है।

 

नेक्स्ट एजुकेशन के बारे में 

एक संपूर्ण के-12 एजुकेशन सॉल्युशन प्रोवाइडर नेक्स्ट एजुकेशन इनोवेटिव और एंगेजिंग टेक्नोलॉजी-बेस्ड सॉल्युशन के साथ शिक्षा क्षेत्र में व्यापक बदलाव ला रहा है। यह भारत में 12,000+ स्कूलों में 12,000,000 से अधिक छात्रों और 240,000+ शिक्षकों के जीवन को प्रभावित कर रही है। 2007 के बाद से नेक्स्ट एजुकेशन के एजुकेशन सॉल्युशंस  और सेवाओं को राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर अच्छा प्रतिसाद मिला है। इसने सात से अधिक भारतीय भाषाओं में सीबीएसई, आईसीएसई, सेना और सभी राज्य बोर्डों के सिलेबस को कवर किया गया है।

केराना क्षेत्र के ग्रामों में आज सरकारी दुकानों पर राशन वितरित क्या गया।

केराना क्षेत्र के ग्रामों में आज  सरकारी दुकानों पर राशन वितरित क्या गया।
रिपोर्ट:सलीम अहमद कैराना शामली

 नगर के क्षेत्र ग्राम मलकपुर में आज सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर प्रधानमंत्री के आदेश अनुसार चावल वितरित किया गया बताया जाता है कि आज मलकपुर की सरकारी दुकान के विक्रेता सलमान द्वारा चावल यूनिट के हिसाब से दिया गया यह भी जानकारी प्राप्त हुई है की अन्य कुछ लोग ग्राम मलकपुर के मजदूर लेबर दूसरे राज्य में भट्टे का काम मजदूरी करने के लिए गांव से काफी समय पहले गई हुई है जिसके राशन कार्ड बताया जाता है कि राशन डीलर सलमान अपने पास में रखता है तथा  गरीबों का मिलने वाला राशन राशन विक्रेता सलमान की दुकान का शोपीस बना हुआ है जिसको बताया जाता है कि उक्त माल सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से गेहूं माफियाओं द्वारा ब्लैक से बेचा जाता है चर्चाएं भी है की उप राशन डीलर के साथ अन्य कुछ गांव के लोग भी  मिलीभगत से दुकान चलाते हैं और उन्हीं की मदद से रात के अंधेरे में सरकारी राशन एक पिक अप द्वारा गेहूं माफियाओं को भेजा जाता है आज जब स्थानीय पत्रकार वहां पर पहुंचे तभी सलमान राशन विक्रेता के होश उड़ गए और राशन कार्ड से संबंधित बातें पूछने पर राशन विक्रेता अनाप-शनाप बोलने लगा जिसको लेकर पत्रकारों ने सलमान से करो ना जैसे वायरस बीमारी के चलते मास लगाने को कहा तभी सलमान ने इधर उधर मास्को ढूंढना शुरू कर दिया मांस होता तो तभी मिलता यहां तक कि राशन की दुकान पर आने वाले सभी कार्ड धारक के पास भी मास्क नहीं था और एक दूसरा एक दूसरे से टच होता दिखाई दिया जब  पत्रकारों ने मास्क के लिए सभी कार्ड धारकों को समझाया बुझाया तो धारको ने बताया है कि हम लोग तो अनपढ़ हैं अगर हमें कोई मास्क के बारे में कुछ बताता तो हम जरूर मास्क या अन्य कोई सूती कपड़ा मुंह पर लगाया कराते।


Wednesday, April 15, 2020

आज मुरादाबाद जिला अस्पताल में लैब टेक्नीशियन दिवस मनाया गया।


आज मुरादाबाद जिला अस्पताल में लैब टेक्नीशियन दिवस मनाया गया।
रिपोर्ट:जग्गू बोहरा(मुरादाबाद)
आज मुरादाबाद जिला अस्पताल में लैब टेक्नीशियन दिवस मनाया गया। मुरादाबाद जिला अस्पताल में यूपी लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष c ,v , सिंह की अध्यक्षता मे सोशल social distancing का ध्यान रखते हुए बैठक की गई।
जिसमें microscope के आविष्कार जकारिया जॉनसन के जन्मदिन पर  उनकी याद में 15 अप्रैल को लैब टेक्नीशियन दिवस के रूप में मनाया जाता   है लॉक डाउन के चलते  हम सारी मशीनों को एकत्रित नहीं कर सकते ऐसा डॉक्टरों का कहना है।

कैराना में कोरोना पॉजिटिव मिलने से नगर के मोहल्ला अंसार यान कैथवाडा पुलिस प्रशासन ने क्या सील।

कैराना में कोरोना पॉजिटिव मिलने से नगर के मोहल्ला अंसार यान कैथवाडा पुलिस प्रशासन ने क्या सील।
रिपोर्ट:सलीम अहमद (शामली)
कैराना में कोरोना पॉजिटिव मिलने से नगर के मोहल्ला अंसार यान कैथवाडा पुलिस प्रशासन ने क्या सील।नगर के मोहल्ला जेर अंसार यान कैथवाडा में 3 कोरोना वायरस पॉजिटिव पॉजिटिव मिलने से पुलिस प्रशासन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब कायस्थ वाड़ा में रे रहे 3 जमात के व्यक्ति  तभी सूचना मिलते ही 
पुलिस ने मोहल्ले को चारों ओर से घेराबंदी कर ली और कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को डॉक्टरी परीक्षण हेतु भेज दिया तथा मोहल्ले को मैन रास्ते बंद कर दिए जहां पर पुलिस द्वारा बल्ली लगाकर मोहल्ले को सील कर दिया बताया जाता है कि उक्त मोहल्लों में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और अंदर बाहर आने जाने वालों के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है जिनके खाने पीने के व्यवस्था होम डिलीवरी द्वारा उपलब्ध कराई गई है।

कैराना प्रवीण कुमार गर्ग एडवोकेट तथा पूर्व नगर अध्यक्ष भाजपा का आज लंबी बीमारी के कारण स्वर्गवास हो गया है।

कैराना प्रवीण कुमार गर्ग एडवोकेट तथा पूर्व नगर अध्यक्ष भाजपा का आज लंबी बीमारी के कारण स्वर्गवास हो गया है ।
रिपोर्ट:सलीम चौधरी(कैराना शामली)

कैराना प्रवीण कुमार गर्ग एडवोकेट तथा पूर्व नगर अध्यक्ष भाजपा का आज लंबी बीमारी के कारण स्वर्गवास हो गया है जिसकी खबर के बाद नगर वह क्षेत्र में शोक की लहर छा गई वही केराना के प्रेस कार्यालय पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र नगर के सभी पत्रकार गण मौजूद रहे सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार सलीम चौधरी ने स्वर्गीय प्रवीण कुमार गर्ग के देहांत की खबर सुनाते हुए कहा है कि ऐसे कीमती व्यक्ति के स्वर्गवास के बाद क्षेत्र में अधूरापन रहता है और प्रवीण कुमार एडवोकेट जो तहसील परिषद में सभी वर्ग के कार्य के साथ-साथ एक सामाजिक कार्य में भी तत्पर रहते थे वही पत्रकारों ने 2 मिनट का मौन धारण करते हुए भगवान से स्वर्गीय प्रवीण कुमार की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की इस मौके पर मोहम्मद सत्तार मेहताब उर्फ शानू रिजवान वह डॉक्टर सलीम अख्तर फारुकी  आसिफ चौहान एडवोकेट मेहरबान अली  के रानीवी m.a. सलीम अंसारी  दीपक कश्यप आदि पत्रकार गण मौजूद रहे।

कैराना मैं सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर उमड़ी भीड़ गरीबों को मिला चावल।

कैराना मैं सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर उमड़ी भीड़ गरीबों को मिला चावल।
रिपोर्ट:  सलीम अहमद शामली
 नगर के मोहल्ला ऑल कला गुंबद ऑल खुर्द छैल कला कुर्बान रोड तथा बुरा चुंगी आदि सभी स्थानों पर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर गरीबों को मिलने वाला राशन आज सुबह 10:00 बजे से अपने निर्धारित समय के अनुसार दिया जा रहा है बताया जाता है कि उक्त राशन डीलर कार्ड धारक एवं आधार कार्ड के तहत चावल वितरित कर रहे हैं नगर में कुछ गरीब परिवार के लोग ऐसे भी हैं जिन पर राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है जिसके चलते आधार कार्ड से राशन वितरित किया जा रहा है वही दूसरी ओर मोहल्ला पत्तों वाला स्थित कृष्ण लाल गर्ग के भतीजे का स्वर्गवास होने के कारण कार्ड धारको को दुकान बंद होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है ज्ञात रहे यह सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान अपने निर्धारित समय के अनुसार राशन वितरित कर रहे है।

केराना जनपद शामली के ग्राम दुगड्डा मैं युवा नेता सलीम चौधरी ने आज अपने बयान में कहां है कि सभी वर्ग के लोगों से मेरी अपील है।



केराना जनपद शामली के ग्राम दुगड्डा मैं  युवा नेता सलीम चौधरी ने आज अपने बयान में कहां है कि सभी वर्ग के लोगों से मेरी अपील है।
सलीम चौधरी यूथ नेता आम आदमी पार्टी पहाड़गंज नई दिल्ली।

रिपोर्ट:सलीम चौधरी (कैराना शामली)
केराना जनपद शामली के ग्राम दुगड्डा मैं  युवा नेता सलीम चौधरी ने आज अपने बयान में कहां है कि सभी वर्ग के लोगों से मेरी अपील है।की सभी माननीय प्रधानमंत्री जी का आदेश का पालन करें और इस लॉक डाउन में अगर आपका कोई गरीब पड़ोसी परिवारिक लोग है उनकी आप लोग किसी भी तरीके से मदद करें और हम लोग खड़े हैं जितना हम लोगों से बन पाएगा हम लोग भी सभी को थोड़ा-थोड़ा करें राशन गरीबों का पेट भरने का कार्य करेंगे श्री चौधरी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उनको याद किया और समाजिक कार्य सासनी प्रशासनिक कानून के नियम को लेकर बाबा साहब की हर बात को  शहर आया और संविधान के लिए कंधे से कंधा मिलाकर हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई अपने सभी धर्मों को पीछे छोड़ कर के इंसानियत के नाते एक दूसरा एक दूसरे के दुख सुख का साथी बनेगा और हम यही चाहते हैं कि जो भी नफरत के बीज कुछ असामाजिक तत्व तथा  कुछ वीडियो द्वारा गलतफहमियां पैदा की थी उनको ना देखते हुए भाईचारे का काम करने का संकल्प गया है।

भारतीय किसान यूनियन के संगठन महासचिव ने क्षेत्रवासियों से घर से ना निकलने की अपील।

भारतीय किसान यूनियन के संगठन महासचिव ने क्षेत्रवासियों से घर से ना निकलने की  अपील।
रिपोर्ट:सलीम चौधरी (कैराना शामली)

 केराना जनपद शामली के कद्दावर भानु संगठन मंत्री एवं एडवोकेट आसिफ चौहान ने ने सभी नगर क्षेत्र वासियों से अपील करते हुए कहा कि नगर एवं क्षेत्रवासियों से प्रार्थना है कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर मत निकलो क्योंकि यह हमारे देश का हमारे देश के प्रधानमंत्री का हम सभी को  आह्वान है हमें बढ़-चढ़कर कानून का पालन करना चाहिए जितना हम लोग कानून का पालन करेंगे तथा माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार के आदेशों का पालन करेंगे इतने ही हम लोग अपने और अपने परिवार को सुरक्षित पा सकेंगे श्री चौहान ने यह भी कहा है कि जो किसान लोग अपने गन्ने की फसल गेहूं की फसल के पश्चात अपने मजदूरों यह अपने नजदीक परिवारिक लोगों से खेत में 1 मीटर फासले की दूरी ही बनाकर रखें


 

Tuesday, April 14, 2020

श्री बीरुपक्ष मिश्रा ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया केकार्यकारी निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया।

श्री बीरुपक्ष मिश्रा ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के
कार्यकारी निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया।

 रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)

14 अप्रैल, 2020: श्री बीरुपक्ष मिश्रा ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इससे पहले, श्री बीरूपक्ष मिश्रा कॉर्पोरेशन बैंक में कार्यकारी निदेशक थे।

श्री बीरुपक्ष मिश्रा स्नातकोत्तर और सर्टिफाइड एसोसिएट इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकर्स (CAIIB) हैं। उन्होंने अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत वर्ष 1984 में एक प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में की थी और उन्हें शाखा, क्षेत्रीय कार्यालयों और कॉर्पोरेट कार्यालय में विभिन्न प्रशासनिक और कार्यात्मक क्षमताओं में 35 से अधिक वर्षों का समृद्ध अनुभव है। 

 उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में काम किया है और बैंक के क्रेडिट और क्रेडिट मॉनिटरिंग पोर्टफोलियो को संभाला है और बैंक के आईटी वर्टिकल का नेतृत्व भी किया है।

केराना नगर अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के आसिफ चौधरी ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लोक down को लेकर अग्रिम 3 मई तक फैसले का अभिनंदन करते हुए।

केराना नगर अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के आसिफ चौधरी ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी  द्वारा लोक down  को लेकर अग्रिम 3 मई तक फैसले का अभिनंदन करते हुए।
रिपोर्ट:सलीम अहमद(शामली)

केराना नगर अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के आसिफ चौधरी ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी  द्वारा लोक down  को लेकर अग्रिम 3 मई तक फैसले का अभिनंदन करते हुए।
माननीय प्रधानमंत्री जी को यकीन दिलाने का आह्वान किया श्री चौधरी ने बताया है कि आने वाले 15 16 दिनों तक हम लोग नगर की जनता से अपील करते हैं कि सभी लोग गरीब मजदूर किसान व्यापार से संबंधित और क्षेत्र की जनता से अनुरोध है कि अपने अपने घरों में रे करके लॉक डाउन का पालन तथा माननीय प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी को विश्वास दिलाने का काम करें जितनी हम लोग  एहतियात बरतने का  काम करेंगे इतना ही हमारे लिए फायदा है और हम लोग कोरोना जैसे वायरस से मुक्ति पा सकते हैं आने वाला टाइम माहे रमजान मुबारक का है आप सभी विश्वास रखें की खुदा बंद करीम आज वेब से कोरोना जैसे वायरस को समाप्त करने का काम करेंगे और हम लोग सुरक्षित तरीके से अपने रोजे नमाज का एहतमाम करेंगे  श्री चौधरी ने यह भी कहा है कि हमारे देश में कुछ मीडिया चैनल द्वारा हिंदू मुस्लिम के बीच में गलतफहमी पैदा की है मेरी सभी देशवासियों से हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई उसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि अपने देश में भाईचारा कायम करने की सभी लोग कृपा करें जिसमें एक साथ होकर हम लोग हर बड़ी से बड़ी बीमारी बड़ी से बड़ी ताकत का मुकाबला कर सकें मैं माननीय प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी से इस समाचार पत्र के माध्यम से यह भी अपील करता हूं कि क्षेत्र में अभी किसान मजदूरों का कार्य गेहूं की फसल का समय आ गया है और सभी किसान मजदूरों को इतनी छूट भी होनी चाहिए की वह अपने खेत कल्यानो में जाकर के गेहूं की फसल वह अपने खेत की देखभाल कर सकें धन्यवाद।


Monday, April 13, 2020

बुलियन सपोर्ट लेवल के पास और कच्चा तेल 5% तेज; बेस मेटल के लिए पॉजीटिव आउटलुक।

बुलियन सपोर्ट लेवल के पास और कच्चा तेल 5% तेज; बेस मेटल के लिए पॉजीटिव आउटलुक।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
 
पिछले हफ्ते दुनिया भर में कुछ दिलचस्प घटनाक्रम हुए। अब हम कोरोनोवायरस प्रकोप के कमजोर पड़ने की स्थिति देख रहे हैं और उद्योग के परिदृश्य में जल्द ही सुधार की उम्मीद है। चीन ने हुबेई प्रांत के बंद को भी खत्म कर दिया है और देश अब सामान्य स्थिति में लौट रहा है। तो आइए हम इस बात पर ध्यान दें कि कैसे इन घटनाओं ने कमोडिटी बाजार को प्रभावित किया है। श्री प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड

बुलियन धातुः

पिछले हफ्ते स्पॉट गोल्ड की कीमत 2.5 प्रतिशत अधिक पर बंद हुई थी। केंद्रीय बैंकों द्वारा वैश्विक प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद के बीच बुलियन मेटल की कीमतों को अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट का समर्थन मिला। एमएक्ससी फ्यूचर्स ने जून फ्यूचर में 1% उछाल के बाद 45,800 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि सिल्वर फ़्यूचर मई में 0.4% की रैली के साथ 43,670 रुपए के साथ बंद हुआ।

इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपनी पिछले महीने की पॉलिसी मीटिंग के मिनट जारी किए। यह मिनट दिखाते हैं कि यू.एस. फेड ने जोरदार पॉलिसी रेस्पांस की आवश्यकता को अनुभव किया और उसके अनुसार कार्य किया।

इस हफ्ते हम सोने की कीमतों में 46,000 रुपए/10 ग्राम की ओर बढ़ोतरी हो सकती है।(सीएमपी: 45,820.0 रुपए/ 10 ग्राम)।

बेस मेटल्सः

एल्युमीनियम को छोड़कर पिछले हफ्ते एलएमई पर बेस मेटल की कीमतें पॉजिटिव ही रहीं। मांग कम होने का दबाव एल्युमीनियम पर बना हुआ है और पिछले सप्ताह 0.4 प्रतिशत कम हो गया है। शंघाई एक्सचेंज पर इन्वेंट्री के स्तर में वृद्धि और हल्के धातु की कीमतों पर एलएमई के विकास को देखते हुए यह बदलाव आाय है।

इटली, फ्रांस व स्पेन में लोगों की मौत तथा नए संक्रमित लोगों की संख्या में गिरावट, चीन में कोरोनावायरस के मामलों में गिरावट ने कोरोनावायरस का प्रकोप कम होने की ओर इशारा किया है। भारत के वर्तमान लॉकडाउन से बाहर निकलने की उम्मीद है। गैर-प्रभावित क्षेत्रों से लॉकडाउन हटाने और हॉटस्पॉट को सील करने के साथ ये घटनाक्रम निकट अवधि में औद्योगिक धातुओं के लिए मांग के दृष्टिकोण में सुधार हो रहा है।

इसके अलावा आर्थिक गिरावट का मुकाबला करने के लिए अमेरिकी, यूरोज़ोन और जापान द्वारा घोषित प्रोत्साहन उपायों से औद्योगिक धातु की कीमतों को समर्थन मिल रहा है और गिरावट सीमित हो रहा है।

कच्चा तेलः

पिछले हफ्ते सप्लाई की चिंता के कारण कच्चे तेल की कीमतें 4 प्रतिशत कम हो गईं। दुनियाभर में कमजोर मांग के कारण कच्चे तेल की कीमतें घटी हैं। इसके अलावा यूएस एनर्जी इंफर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 15 मिलियन बैरल से अधिक हो गया, जिसने क्रूड की कीमतों पर और दबाव डाला। घातक वायरस के प्रकोप के कारण गिरती मांग और रिफाइनरी बंद होने से यूएस में इन्वेंट्री </s

कोई राहत नहींः लॉकडाउन विस्तार की संभावनाओं के बीच निफ्टी 9,000 से नीचे; सेंसेक्स 469 अंक गिरा।

कोई राहत नहींः लॉकडाउन विस्तार की संभावनाओं के बीच निफ्टी 9,000 से नीचे; सेंसेक्स 469 अंक गिरा।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
 
पिछले सप्ताह अपेक्षाकृत अच्छे प्रदर्शन के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों ने कोई राहत नहीं दी. सेंसेक्स 1.5% या 469 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि इसका एनएसई समकक्ष निफ्टी-50 भी 1.3% की गिरावट के साथ 9,000 अंक से नीचे आ गया। मोटे तौर पर बाजार के रुझान कोरोनावायरस लॉकडाउन के विस्तार की संभावनाओं पर आधारित रहे, जो देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए अब अपरिहार्य लग रहा है।श्री अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड

ग्लोबल संकेतः

भारतीय इक्विटी बाजारों ने अन्य एशियाई बाजारों के शुरुआती संकेतों से लेत हुए सप्ताह के पहले दिन ट्रेडिंग की। कोरोनोवायरस प्रकोप के मामलों में कमी आने के बाद भी सभी एशियाई बाजारों में आज कमजोरी के संकेत मिले। पिछले हफ्ते जापान ने अपने व्यवसायों को चीन से बाहर शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहन पैकेज के तौर पर 243.5 येन का पैकेज दिया था। वैश्विक बाजार के भीतर बढ़ता टकराव अनिश्चितता का कारण बन रहा है क्योंकि चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। ये घटनाक्रम निवेशकों को थोड़ा आशंकित कर रहे हैं, और यह ट्रेडिंग पैटर्न हम निकट अवधि में देख सकते हैं।

पोस्ट-ईस्टर मार्केटः

बीएसई के 30-स्टॉक बेंचमार्क इंडेक्स में, केवल 7 स्टॉक आज हरे रंग के साथ बंद हुए। इनमें एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी और सन फार्मा शामिल थे। भारती एयरटेल और एशियन पेंट्स जैसे स्टॉक्स ने भी अपने हालिया करेक्शन के बाद क्रमशः 4.64% और 1.63% की वृद्धि की। दूसरी ओर, निफ्टी-50 में 20 स्टॉक बढ़त के साथ और 30 स्टॉक गिरावट के साथ बंद हुए। उपरोक्त शेयरों के अलावा हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अदानी पोर्ट्स एसईजेड और कोल इंडिया ने एक रैली की। डॉ. रेड्डीज लैब ने भी 3.82% की बढ़त के साथ तेजी जारी रखी। मार्च के निचले स्तर से स्टॉक अब 40% से अधिक है।

फार्मा और कैपिटल गुड्स में सबसे अच्छा रिटर्नः

वर्तमान में, फार्मा सेक्टर और कैपिटल गुड्स सेक्टर निवेशकों के लिए सबसे अच्छे लग रहे हैं। फार्मास्यूटिकल और हेल्थकेयर की बड़ी कंपनियों ने लंबी अवधि से एक बहुत सकारात्मक रैली दिखाई है, जो भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, हमारा देश लॉकडाउन से बाहर निकलेगा तो कैपिटल गुड्स भी निवेशकों के लिए अच्छे विकल्प के रूप में रहेंगे क्योंकि पाबंदियां हटते ही निर्माता अपना उत्पादन बढ़ाने पर जोर देंगे। हालांकि, यह अंततः इस बात पर निर्भर करता है कि लॉकडाउन वास्तव में कैसे वापस लिया जाएगा, यदि यह इस महीने हो जाता है। 

ओपेक+ में हुई डीलः

वैश्विक तेल निर्यातकों के बीच लंबे समय से चली आ रही खींचतान अब आधिकारिक रूप से समाप्त हो गई है। ओपेक देशों और रूस के समूह ओपेक+ ने मई और जून के बीच दैनिक उत्पादन 9.7 मिलियन बैरल से कम करने का फैसला किया है और इसके बाद धीरे-धीरे 2022 तक उत्पादन में वृद्धि होगी। इससे बड़े पैमाने पर बाजार में अधिक स्थिरता आएगी। हालांकि, इसे अगले कुछ महीनों तक बरकरार रखना होगा क्योंकि बाजार पहले से ही ओवरसप्लाई से जूझ रहा है।

स्टैंज़ा लिविंग ने कोविड-प्रकोप से प्रभावित लोगों के लिए फूड डिस्ट्रिब्यूशन अभियान शुरू किया।

स्टैंज़ा लिविंग ने कोविड-प्रकोप से प्रभावित लोगों के लिए फूड डिस्ट्रिब्यूशन अभियान शुरू किया।

रिपोर्ट:गोविंद कुमार(दिल्ली)
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 दिल्ली, बैंगलोर, पुणे, हैदराबाद और इंदौर में हर हफ्ते  दिहाड़ी मजदूरों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को 5000 मील पैकेट वितरित करेंगे

 13 अप्रैल 2020: समुदाय का समर्थन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए भारत की सबसे बड़ी शेयर्ड लिविंग कंपनी स्टैंज़ा लिविंग ने दिल्ली, बैंगलोर, पुणे, हैदराबाद और इंदौर में प्रत्येक सप्ताह 5000 मील पैकेट्स की आपूर्ति के लिए फूड डिस्ट्रिब्यूशन अभियान शुरू किया है। स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ हाथ मिलाकर कंपनी लॉकडाउन में फंसे और संसाधनों की कमी से प्रतिकूलता का सामना  कर रहे लोगों को भोजन उपलब्ध कराएगी।

 स्टैंज़ा लिविंग अधिकारियों द्वारा चिन्हित क्षेत्रों में स्वच्छता से तैयार भोजन की आपूर्ति करेगी, जहां प्रवासी श्रमिकों और दिहाड़ी मजदूरों जैसे महामारी से प्रभावित लोगों की मदद की जा सकेगी। यह स्थानीय निकायों के ऑन-ग्राउंड स्टाफ, फ्रंटलाइन सिविल वर्कर्स और अन्य को भी भोजन उपलब्ध कराएगी।

अपनी इस पहल के बारे में बात करते हुए स्टैंज़ा लिविंग के एमडी और सह-संस्थापक संदीप डालमिया ने कहा, “एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में हमारा मानना है कि हमें कठिन समय में समुदाय के साथ देने के लिए अपने संसाधनों का लाभ उठाना चाहिए। हमारा फूड डिस्ट्रिब्यूशन अभियान इस दिशा में एक छोटी-सी कोशिश है ताकि हम सबसे कमजोर तबके और सीमित समर्थन के साथ जमीन पर लगातार काम करने वालों को राहत प्रदान कर सके। हम प्रभावी ढंग से पहल करने और हमारे देश के सामूहिक राहत प्रयासों में योगदान देने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। "

 महामारी के मद्देनजर स्टैंज़ा लिविंग ने हाल ही में समुदाय-केंद्रित चुनौतियों को संबोधित करने और समाधान के उद्देश्य से यह पहल की है। लॉकडाउन के कारण विभिन्न शहरों में फंसे लोगों के लिए अपने आवास को किफायती दरों पर उपलब्ध कराया है। इसके अलावा कंपनी स्थानीय अधिकारियों और सरकारी निकायों को भी आवास उपलब्ध कर रही है जो उन्हें आइसोलेशन/ क्वारेंटाइन उद्देश्यों के लिए आवश्यक हैं। स्टैंज़ा लिविंग ने सह-संस्थापकों के योगदान से समर्थित ऑन-गोइंग एम्प्लॉई कंटिन्जेंसी फंड भी बनाया है, जिसमें कंपनी के 10 से अधिक शहरों में कर्मचारियों ने अपने वेतन का एक हिस्सा देने का संकल्प लिया है। यदि कंपनी का कोई कर्मचारी कोरोनावायरस से पीड़ित होता है तो इस फंड का इस्तेमाल उस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में किया जाएगा।