Monday, October 14, 2019

वाल्मीकि प्रकट उत्सव के उपलक्ष्य में निकाली शाेभा यात्रा ।

रिपोर्ट:-सलीम अहमद


कैराना( शामली) साेमवार की शाम वाल्मीकि प्रकट उत्सव के उपलक्ष्य ने शोभायात्रा निकाली गई।

 नगर के माैहल्ला आलकला में स्थित महर्षि बाल्मीकि मंदिर से शाम के समय शाेभा यात्रा गाजे-बाजे के साथ शाेभा यात्रा निकली। यात्रा नगर के बाजार बेगमपूरा, चाैक बाजार,देवी मंदिर राेड,मेढकी दरवाजा, भुरा चुंगी मंदिर पुराना बाजार,निर्मल चौराहा,जमा मस्जिद, मीना मार्किट,पट्टाे वाला,आलकला आदि प्रमुख स्थानों से होकर देर रात वापस महर्षि बाल्मीकि मंदिर जाकर समापत हुई।

 इसमें दर्जनाे झांकियां शामिल रही। इनमें भगवान वाल्मिकी के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दर्शाने के साथ ही रामायण के कई दृश्य भी दर्शाए गए थे। वही शाेभा यात्रा में भगवान शिव शंकर का नृत्य,राधा रानी,बालाजी आदि की विशेष झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रही। शोभा यात्रा का उद्घाटन भाजपा नेता अनिल चौहान व अजय संगल शामली द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। शोभायात्रा में कैराना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा के नेतृत्व में पुलिस एवं पीएसी बल सुरक्षा के दृष्टिगत तैनात रहा। उधर वाल्मीकि समाज सेवा समिति के अध्यक्ष प्रकाश चंद्रा,सुनील कुमार,शनि झंझोट,दीपक कुमार चंद्रा,बनारसी दास,रामगोपाल,संजय पहिवाल,आदि मौजूद रहे।
हेलमेट मैन ने अपर जिलाधिकारी दिवाकर सिंह से मिलकर सड़क सुरक्षा के लिए स्कूल और कॉलेज के प्रति ज्ञापन दिया,ग्रेटर नोएडा गौतम बुध नगर उत्तर प्रदेश।


 हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार पिछले 5 सालों से सड़क सुरक्षा और भारत के शिक्षा बढ़ाने के लिए जागरूकता का कार्य कर रहा हूं. भारत के अलग अलग राज्य में सड़क पर चलने वाले युवाओं को हेलमेट देकर जागरूक कर रहा हूं और उनसे पुरानी पुस्तक लेकर गरीब बच्चों को निशुल्क देता हूं. अब तक भारत में 25000 हेलमेट देकर 200000 गरीब बच्चों को निशुल्क किताब दे चुका हूं. यहां तक पहुंचने के लिए किसी से मदद नहीं लिया हूं और इस कार्य को करने में पैसे के लिए समस्या काफी खड़ी रही उसके लिए मैंने अपना घर तक बेच दिया. ताकि मेरा मिशन कोई रुकावट ना हो।

महोदय मैं आपसे एक विनती करने आया हूं भारत के अलग-अलग कोने से गौतम बुध नगर के अंदर छात्र पढ़ाई करने के लिए आते हैं और प्रति वर्ष इनकी संख्या बढ़ रही है. लेकिन शिक्षा के साथ दुर्घटना में भी काफी बढ़ोतरी हो रही है. इस दुर्घटना को गंभीरता से लेकर एक आपको संदेश जारी करना है. यहां नॉलेज पार्क के अंदर सभी कॉलेज में फीस के अलावा रजिस्ट्रेशन का पैसा अलग से लिया जाता है. और उस रजिस्ट्रेशंस के नाम पर प्रोस्पेक्टस या फिर झोला दीया जाता है बच्चों को.
मैं आपके माध्यम द्वारा कॉलेज प्रशासन को सड़क सुरक्षा के लिए संदेश देना चाहता हूं जो रजिस्ट्रेशंस का पैसा है उस पैसे का कॉलेज प्रशासन प्रोस्पेक्टर्स देने के बजाय एक हेलमेट दे. ताकि कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र को जागरूकता के साथ सड़क दुर्घटना में होने वाले मौत में कमी लाई जा सके. और जो यहां पर स्कूल है उन्हें भी 4 साल से ऊपर वाले बच्चों को स्कूल बैग ड्रेस दे रहे हैं तो उसमें एक हेलमेट भी जरूर दें. क्योंकि बहुत अभिभावक अपने बच्चे को स्कूल से छोड़ने जाते हैं तो खुद भी हेलमेट का प्रयोग नहीं करते हैं. और बच्चे के लिए तो कभी सोचते भी नहीं हैं. मैं आशा करता हूं आप मेरी बात को गंभीरता से लेकर मेरे मिशन का उद्देश्य पूर्ति करें।


Wednesday, October 9, 2019

माल लोड करने के बाद त्रिपाल पर रस्सी खींच रहा हेल्पर रस्सी के फंदे में फंसा। हुई दर्दनाक मौत। 

रिपोर्ट:-सलीम अहमद (कैराना शामली)
ट्रक के पीछे फांसी के फंदे पर लटकता हुआ हेल्पर का शव मिला।

कैराना। देर शाम इंडस्ट्रियल एरिया में  एक ट्रक के पीछे फांसी के फंदे पर लटकता हुआ ट्रक के हेल्पर का शव मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और रस्सा काट कर शव को नीचे उतारा। सूचना पर मृतक के परिजन गांव बनत से मौके पर पहुंचे। वहीं पुलिस मृतक के शव को पीएम पर भेजने के लिए तैयारी कर रही है।

बनत निवासी 45 वर्षीय मुनेश एक ट्रक पर हेल्पर कार्य करता था । तरक शामली की रेल पार्क निवासी दीपक का था जिस पर दीपक स्वयं चालक है। बृहस्पतिवार दोनों ट्रक को लेकर इंडस्ट्रियल एरिया में एक रिम बनाने की फैक्ट्री में पहुंचे जहां पर पंजाब के होशियारपुर में रिम पहुंचाने के लिए उन्होंने ट्रक में रिम लोड किए। चालक दीपक ने बताया इस 5:15 बजे ट्रक को लोड करने के बाद वे दोनों फैक्ट्री से बाहर आए। इसके बाद मुनेश ट्रक के ऊपर त्रिपाल डालकर रस्सा खींचना कार्य कर रहा था। अचानक मुनेश पैर फिसला और जैसे ही वह ट्रक से नीचे गिरना शुरू हुआ तो इसी दौरान रस्सा मुनेश से गले में फस गया और मुनेश के गले में फांसी का फंदा लग गया। कुछ देर बाद जब वह ट्रक के पास पहुंचा तो मुनेश को फांसी के फंदे पर लटका देखा। सूचना पर कोतवाली प्रभारी यशपाल धामा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और रास्ता काटकर शव को नीचे  उतारा। वहीं सूचना पर मृतक का साला मनमोहन निवासी बनत और उसकी पत्नी रोते बिलखते मौके पर पहुंचे। पुलिस  ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा।

 कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा ने बताया कि मामला प्रथम दृष्टया दुर्घटना का है अगर तहरीर मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।

Tuesday, October 8, 2019

धू-धू कर जल उठे रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतले

रिपोर्ट:-सलीम अहमद कैराना (शामली)

 देवी मंदिर तालाब पर धूमधाम से मनाया गया विजयादशमी पर्व
- एसडीएम व सीओ का किया गया स्वागत

कैराना- विजयादशमी का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्राचीन देवी मंदिर तालाब किनारे रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस बल तैनात रहा।
   मंगलवार को विजयादशमी के पर्व पर सुबह से ही लोगों ने अपने-अपने घरों पर दशहरे का पूजन विधि-विधान के साथ किया। पूजन के दौरान गन्ना, दही, किताब, कॉपी-कलम व शस्त्रों का भी पूजन किया। वहीं, दशहरे पर्व पर देवी मंदिर रोड व तालाब किनारे मेले का आयोजन किया गया था। देर शाम करीब 6.45 बजे एसडीएम डा. अमित पाल शर्मा व सीओ प्रदीप सिंह ने संयुक्त रूप से बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरे पर देवी मंदिर तालाब किनारे लगाए गए रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन किया, जहां पर दर्शकों की भारी भीड़ धू-धू कर जलते पुतलों को देखकर उत्साहित नजर आई। इससे पूर्व रामलीला व दुर्गा कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा एसडीएम व सीओ का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयपाल कश्यप एडवोकेट, अभिषेक गोयल, अतुल गर्ग, राकेश उर्फ सप्रेटा, सोनू नेता, आशु गर्ग, टिल्लू, शगुन मित्तल एडवोकेट, संजीव कुमार, सोनू वर्मा आदि मौजूद रहे। उधर, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा किलागेट चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह यादव, एसआई अजय कसाना सहित पुलिस और पीएसी बल तैनात रहा।

भाईचारे की मिसाल: यहां 'राम' की लीला में नानू  देते हैं अहम योगदान,बनाते है रावण, मेघनाथ, कुंभकरण के पुतले।

रिपोर्ट:-सलीम अहमद कैराना (शामली)

कर्ण की नगरी में रावण के पुतले बनाते मुस्लिम कारीगर

कैराना वैसे तो कर्ण की नगरी कहलाया जाता है,लेकिन इस नगरी में संप्रदायिक सौहार्द की एक अलग ही मिसाल अधिक्तर देखने काे मिलती है। जहा रामलीला के शुभारंभ पर काल जुलूस में हिंदू मुस्लिम युवा भाग लेते हैं वही विजयदशमी के पर्व पर मुस्लिम परिवार सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा है। यह परिवार कई पीढ़ियों से कैराना की ऐतिहासिक रामलीला में रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण आदि के पुतले बनाता आ रहा है।


 कैराना नगर के माैहल्ला बेगमपूरा निवासी माैहम्मद हसिन पुत्र नानू व रमजान,सारिक,शहजाद व खुर्शीद आदि बताते है कि उनका परिवार कैराना की रामलीला में रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण आदि के पुतले बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका रामलीला से संबंध मात्र 40 वर्ष से है। परिवार का पुश्तैनी काम है। केवल कैराना ही नहीं करनाल, घराेंडा,पानीपत आदि  तक पुतले बनाये है। उन्होंने कहा कि हम मु्स्लिम हैं, लेकिन रामलीला में रावण, मेघनाद आदि के पुतले बनाकर हमारे परिवार का पालन पाेषण चलता है।  हम लाेग साथ ही साथ समाज को भी हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते है।
 काफी फुट ऊंचे रावण ,मेघनाद के पुतले काे क्रेन की मदद से इन पुतलों खड़ा किया जाता है उन्हाेने बताया कि रामलीला कमेटी ही सामग्री उपलब्ध कराती है। यह कार्य वह रामलीला के शुभारंभ के बाद ही लग जाते है।

कैराना। नगर के देवी मंदिर रोड पर स्थित तालाब परिसर में रावण मेघनाथ,कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा जो मंगलवार की देर शाम होगा। इससे पूर्व लोगों ने विजयदशमी के अवसर दशहरे का पूजन विधि विधान के साथ किया।

Monday, October 7, 2019

 कैराना शामली में रामनवमी की शाेभा यात्रा बड़े ही धुम धाम से निकाली

सलीम अहमद
कैराना (शामली)

रामनवमी पावन पर्व पर सभी मंदिराें को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। सुबह होते ही मंदिराें में पूजा अर्चना के लिए भक्ताें की भीड़ जुटी। इसके साथ ही भक्ताे ने सर्वप्रथम कन्या पूजन करने के साथ ही कन्याओं को  हल्वा पुरी का प्रसाद लगाया।

नगर के देवी मंदिर राेड पर श्री गौशाला भवन से राम जन्म वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सर्वप्रथम पूजा करने के पश्चात ही विभिन्न मोहल्लाें और बाजाराें के बीच भव्य शोभायात्रा निकाली गई।

शोभायात्रा राजेन्द्र कालाेनी,टीचर्स कालाेनी  से हाेकर बाजार बेगमपूरा,चाैक बाजार, पुराना बाजार,गुम्बंद माैहल्ला,शामली बस स्टैंड,से हाेकर निकली।  शोभायात्रा में भगवान श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान ,दुर्गा माता की झांकियां सजाई शामिल रही। वहीं जगह-जगह श्रद्धालुआें द्वारा माता दुर्गा की आरती की जा रही थी।

शोभायात्रा के दौरान डीजे की धुन पर रामभक्त युवक और युवतियां थिरकते हुए चल रहे थे। रामभक्ताें में खासा उत्साह दिखाई दिया। भगवान श्री राम, सीता, लक्ष्मण और राम भक्त हनुमान की झांकी आकर्षण का केंद्र रहीं। इसके अलावा भगवान शिव शंकर का नृत्य देखने हेतू भारी भीड जमा रही। वही शाेभा यात्रा की कमान काेतवाली प्रभारी यशपाल धामा के नेत्तवृ में पुलिस व पीएसी बल का का कमेटी द्वारा पटका गले मे डालकर सम्मान किया गया।

Wednesday, October 2, 2019

हेलमेट मैन ने 2 अक्टूबर  गांधी जयंती पर सासाराम टोल बूथ पर राहगीरों को हेलमेट देकर सड़क सुरक्षा जागरूकता  अभियान चलाया।

जागरूकता के साथ राज्य सरकार और भारत सरकार को अपने अभियान का  संदेश दिया.
भारत में कोई भी टोल टैक्स पर  बिना हेलमेट कोई व्यक्ति पास ना करें. और पीछे बैठने वाली सवारी के भी पास हेलमेट होना जरूरी है. भारत में अब तक राघवेंद्र कुमार अलग अलग  राज्य  में 25000 हेलमेट बांट चुके हैंl हेलमेट बांटने की वजह से लोगों ने इनका नाम हेलमेट मैन रख दिया.

अब अपने अभियान द्वारा हेलमेट मैन सभी राज्य में टोल बूथ पर  हेलमेट देकर  जागरूकता के साथ यह नियम लागू करवाना चाहते हैं. आज सासाराम टोल बूथ से अभियान की शुरुआत की है. अगले हफ्ते मोहनिया टोल बूथ पर होगा और पूरे बिहार के साथ भारत के अलग अलग राज्य में भी टोल बूथ पर अभियान चलाएंगे. जब तक राज्य सरकार और केंद्र सरकार इस नियम को लागू नहीं करेगी तब तक अपना अभियान जारी रखेंगे हेलमेट मैन.
हेलमेट मैन ने कहा अगर ट्रैफिक नियमों का पालन सीट बेल्ट और हेलमेट के प्रति टोल बूथ पर लागू कर दिया जाए भारत में हर महीने हजारों लोगों की जान बच सकती है. भारत में टोल बूथ के 5 किलोमीटर के अंदर सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है. दुर्घटना होने का कारण ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना.

आज भारत में ट्रैफिक नियम को मजबूत बनाने के लिए किसी भी राज्य के पास उतनी ट्रैफिक पुलिस नहीं है जितनी जरूरत है इसलिए हमें टोल बूथ पर बिना हेलमेट कोई व्यक्ति यात्रा ना करें कानून बनाकर लोगों के बीच जागरूकता लाई जा सकती है और राज्य सरकार प्रति गाड़ियां जो पैसा चार्ज करती है टोल टैक्स के रूप में वहां पर हेलमेट का एक शॉप भी खोल सकती है जो राहगीरों को हेलमेट खरीदने में भी आसानी होगी. अभी तक  भारत में जागरूकता के नाम पर ट्रैफिक पुलिस या सरकार लोगों को सड़कों पर ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ गुलाब का फूल देती है ताकि लोग शर्म करें. अगर  सरकार फूल देने के बजाय उसे चालान करें उस राशि का एक हेलमेट देकर जागरूक करती तो अभी तक सड़क दुर्घटना में होने वाली मौत को कम किया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आज अपने अभियान को भारत के कोने कोने तक पहुंचाने के लिए हेलमेट मैन  नौकरी छोड़ कर अभियान चला रहे हैं पैसे का दिक्कत हुआ  तो ग्रेटर नोएडा में अपना घर  बेच दीया लोगों तक हेलमेट के प्रति जागरूकता पहुंचाने के लिए ताकि किसी और को सड़क दुर्घटना में अपनी जान बचाने के लिए जमीन और घर ना बेचना पड़े और वह जागरूक हो सके. राघवेंद्र कुमार को  हेलमेट बांटने के लिए  आज तक कोई मदद करने के लिए  प्रशासन के तरफ  या फिर सरकार के तरफ से  कोई सहायता नहीं मिली. अपने जीवन की  बची हुई सारी कमाई  सड़क सुरक्षा के जागरूकता मिशन में  खर्च कर दिया. अब अपने अभियान को  टोल टैक्स कर्मचारियों को संदेश देकर जागरूक कर रहे हैं ताकि उनके टोल टैक्स के बीच में दुर्घटना होने पर लोगों की जान बच सके. टोल टैक्स पर सभी वाहन सरकार के नियमों के अनुसार यात्रा करने का शुल्क देते हैं जो राज्य सरकार का भी अधिकार बनता है सड़क पर चलने वाले सभी लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन करें.
हेलमेट मैन के साथ शिबू सिंह ,नवीन सिंह सर्वजीत सिंह चंदन सिंह राजेंद्र सिंह. राकेश अकाश कुमार राठौर. उमेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

हमें ले चलो गंगा पार केवट ने कराई भगवान राम को गंगा पार राम से मिल फुट फुट कर रोये भरत ।
रिपोर्ट-सलीम चौधरी(कैराना)
 नगर के गौशाला भवन में चल रहे श्री रामलीला महोत्सव के दसवें दिन गंगा पार और भरत मिलाप की लीला का सुंदर मंचन किया गया इस अवसर पर कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया मंगलवार रात्रि रामलीला मंचन के दौरान भगवान राम लक्ष्मण सीता और राजा दशरथ के मंत्री सुमंत अयोध्या वासियों के साथ वनों की ओर गमन करते हैं जब वे गंगा के किनारे पहुंचते हैं तो भगवान राम अयोध्या वासियों और सुमंत मंत्री को रात्रि विश्राम करने के लिए आदेश देते हैं रात्रि के समय जब सभी प्रजा वासियों और मंत्री सुमंत विश्राम कर रहे होते हैं तो भगवान राम लक्ष्मण और सीता उन्हें चुपचाप वहीं छोड़कर गंगा के किनारे चले जाते हैं जहां वह गंगा पार करने के लिए केवट से प्रार्थना करते हैं परंतु केवट अपनी जिद पर अड़ जाते हैं कि जब तक तुम अपने पैर नहीं धूलवाओगे मैं आपको गंगा पार नहीं कराऊंगा। क्योंकि आपके चरणों के पत्थर पर स्पर्श मात्र से नारी बन जाती है और आपके चरण जहां पड जाते हैं वहां खुद ही जीवन का बेड़ा पार हो जाता है तब उनकी प्रार्थना पर केवट और उनका परिवार भगवान श्रीराम को गंगा पार करने से पूर्व उनके पैर धोते हैं माता जानकी गंगा मैया से प्रार्थना करती है कि हम गंगा पार कर रहे हैं कृपया धीरे चलें जिस पर गंगा मां प्रसन्न होकर माता जानकी को आशीर्वाद देती हैं।

उधर प्रातः काल जब प्रजावासी और मंत्री सुमंत की आंखें खुलती है तो वह भगवान राम लक्ष्मण और सीता को अपने पास नहीं देख काफी परेशान होते हैं और इधर-उधर तलाश करते हैं परंतु न मिलने पर अयोध्या की ओर वापस जाते हैं राजा दशरथ को जब इस बात की जानकारी होती है कि मंत्री सुमंत को भी भगवान राम लक्ष्मण ने छोड़ दिया है तो वह बहुत परेशान होते हैं तथा तड़पते तड़पते वहीं पर अपने प्राण त्याग देते हैं उधर गुरु वशिष्ठ अपने अयोध्या के राजा दशरथ के मंत्री सुमंत को आदेश देते हैं कि दूत को भेजकर ननिहाल में रह रहे भरत को और शत्रुघ्न को वापस बुलाया जाए भरत जी अपने नाना के यहां गए हुए रहते हैं तो सोते वक्त उनको वह भयंकर सपने आते हैं तब दूत ब्रज जी को बुलाने के लिए उनके ननिहाल जाते हैं तो भरत शत्रुघ्न के साथ अयोध्या वापस आ जाते हैं इस दौरान उनको जानकारी मिलती है कि माता केकई ने भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास और श्री रामचंद्र जी को राजतिलक की अपेक्षा भरत को राजतिलक करने का वरदान मांगा हैं इससे वह अपनी माता केकई पर बहुत क्रोधित होते हैं साथ ही क्रोधित शत्रुघ्न दासी मंथरा को लात मारते हैं कि तेरे कारण ही आज यह दिन देखने को मिल रहा है जिसके बाद भरत और शत्रुघ्न गुरुजी से आज्ञा लेकर भगवान राम से मिलने के लिए अपनी माताओं के साथ चित्रकूट पर्वत पर विश्राम कर रहे भगवान राम लक्ष्मण के पास जाते हैं तभी रास्ते में गोह नामक निषाद राज उन्हें मिलता है जो भगवान राम से मिलने के लिए चित्रकूट पर्वत पर भरत और उनकी माताओं को लेकर जाते हैं भरत भगवान राम से काफी प्रार्थना करते हैं कि आप अयोध्या वापस लौट चलो क्योंकि उनसे राजकाज नहीं हो पाएगा और उनके पिता राजा दशरथ की मृत्यु के बारे में जानकारी देते हैं तो भगवान राम लक्ष्मण और सीता बहुत परेशान होते हैं भरत जी कई बार प्रार्थना करते हैं परंतु भगवान राम अपने माता-पिता के वचनों पर अड़े रहते हैं जिस पर वशिष्ठ जी भरत से कहते हैं कि श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम है अपने माता पिता के वचन बिल्कुल नहीं टाल सकते जिद करना फिजूल है तब भरत जी भगवान राम से प्रार्थना करते हैं कि यदि आपने 14 वर्ष 1 दिन भी अधिक लगाया तो भरत जिंदा नहीं रहेगा साथ ही प्रार्थना करते हैं कि माता पिता और गुरु वशिष्ट के निर्देशन में अयोध्या का राजपाट चलाने के लिए आप अपने खड़ाऊ और चरण पादुका मुझे दे दीजिए ताकि अयोध्या में राजा की कुर्सी पर आपके चरण पादुका रखकर अयोध्या का राज कार्य आपके मार्गदर्शन में चलाया जा सके इसके बाद चित्रकूट से चले जाते हैं उनके जाने पर श्री रामचंद्र जी लक्ष्मण जी को कहते हैं कि सभी अयोध्या वासियों को हमारे रुकने के स्थान का पता लग गया है यह लोग हमको मुंह में फंसाने का प्रयास करेंगे इसलिए अब इस स्थान को परिवर्तित कर कर अन्य स्थान पर ठहरने की व्यवस्था की जाए और चित्रकूट पर्वत से चले जाते हैं इस दौरान राम का अभिनय सतीश प्रजापति लक्ष्मण का अभिनय राकेश प्रजापति सीता का अभिनय शिवम गोयल दशरथ का अभिनय अमन गोयल सुमंत का अभिनय ऋषि पाल शेरवाल केवट का विनाश संजू वर्मा राजेश नामदेव ऋषभ अभिषेक गोयल कौशल्या का अभिनय धीरू के कई का विनय सागर मित्तल दूध का अभिनय राकेश सपरा गुरु वशिष्ट अभिनय प्रमोद गोयल भरत का विनय पुनीत कुमार गोयल शत्रुघ्न का अभिनय पुष्कर पीयूष गर्ग और वासु मित्तल ने किया वही रामलीला को देखने के लिए श्रद्धालुओं की बहुत भारी भीड़ लगी रही सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयपाल सिंह सोनू नेता अंकित जिंदल सुनील अमित अशोक सीमा रीना डोली कौशल्या शिवानी आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।
कैराना (शामली) जनपद मुजफ्फरनगर के गांव दधेडू  निवासी एक विवाहिता की कैराना में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत।

 रिपोर्ट:- सलीम (कैराना)
पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बताया जाता है कि मंगलवार की देर शाम कैराना के पानीपत रोड स्थित एक बस्ती में संदीप परिस्थितियों में विवाहिता की माैत का मामला सामने आया है,बताया जाता है कि जनपद मुजफ्फरनगर के गांव दधेडू निवासी रुकय्या का निकाह शमीम  निवासी लाक बाहवडी के साथ दाे वर्ष पुर्व हुआ था। लेकिन गत सन 2013 में जनपद मुजफ्फरनगर में संप्रदायिक दंगा भड़क गया था,उसी के बाद शमीम का परिवार गांव लाख बावड़ी को छोड़कर कैराना में बस गया था। मंगलवार की देर रात  रूकय्या की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई,मौत की सूचना पर विवाहिता के परिजन भी देर रात कैराना कोतवाली पर पहुंचे और मामले की शिकायत पुलिस को की। परिजनों के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाहिता रूकय्या की माैत की जानकारी की। वहीं पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर अभी मृतका के परिजन ससुराल पक्ष के लोगों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। उधर कैराना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा ने बताया कि मृतका के परिजनों की ओर से तहरीर मिली है,जिसमें आरोप लगाया गया है कि खाने पीने में जहरीला पदार्थ देकर हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या का कारण स्पष्ट हो पाएगा,और आगे की कार्रवाई भी रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी