Tuesday, October 8, 2019

भाईचारे की मिसाल: यहां 'राम' की लीला में नानू  देते हैं अहम योगदान,बनाते है रावण, मेघनाथ, कुंभकरण के पुतले।

रिपोर्ट:-सलीम अहमद कैराना (शामली)

कर्ण की नगरी में रावण के पुतले बनाते मुस्लिम कारीगर

कैराना वैसे तो कर्ण की नगरी कहलाया जाता है,लेकिन इस नगरी में संप्रदायिक सौहार्द की एक अलग ही मिसाल अधिक्तर देखने काे मिलती है। जहा रामलीला के शुभारंभ पर काल जुलूस में हिंदू मुस्लिम युवा भाग लेते हैं वही विजयदशमी के पर्व पर मुस्लिम परिवार सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा है। यह परिवार कई पीढ़ियों से कैराना की ऐतिहासिक रामलीला में रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण आदि के पुतले बनाता आ रहा है।


 कैराना नगर के माैहल्ला बेगमपूरा निवासी माैहम्मद हसिन पुत्र नानू व रमजान,सारिक,शहजाद व खुर्शीद आदि बताते है कि उनका परिवार कैराना की रामलीला में रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण आदि के पुतले बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका रामलीला से संबंध मात्र 40 वर्ष से है। परिवार का पुश्तैनी काम है। केवल कैराना ही नहीं करनाल, घराेंडा,पानीपत आदि  तक पुतले बनाये है। उन्होंने कहा कि हम मु्स्लिम हैं, लेकिन रामलीला में रावण, मेघनाद आदि के पुतले बनाकर हमारे परिवार का पालन पाेषण चलता है।  हम लाेग साथ ही साथ समाज को भी हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते है।
 काफी फुट ऊंचे रावण ,मेघनाद के पुतले काे क्रेन की मदद से इन पुतलों खड़ा किया जाता है उन्हाेने बताया कि रामलीला कमेटी ही सामग्री उपलब्ध कराती है। यह कार्य वह रामलीला के शुभारंभ के बाद ही लग जाते है।

कैराना। नगर के देवी मंदिर रोड पर स्थित तालाब परिसर में रावण मेघनाथ,कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाएगा जो मंगलवार की देर शाम होगा। इससे पूर्व लोगों ने विजयदशमी के अवसर दशहरे का पूजन विधि विधान के साथ किया।

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