Wednesday, October 2, 2019

हमें ले चलो गंगा पार केवट ने कराई भगवान राम को गंगा पार राम से मिल फुट फुट कर रोये भरत ।
रिपोर्ट-सलीम चौधरी(कैराना)
 नगर के गौशाला भवन में चल रहे श्री रामलीला महोत्सव के दसवें दिन गंगा पार और भरत मिलाप की लीला का सुंदर मंचन किया गया इस अवसर पर कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया मंगलवार रात्रि रामलीला मंचन के दौरान भगवान राम लक्ष्मण सीता और राजा दशरथ के मंत्री सुमंत अयोध्या वासियों के साथ वनों की ओर गमन करते हैं जब वे गंगा के किनारे पहुंचते हैं तो भगवान राम अयोध्या वासियों और सुमंत मंत्री को रात्रि विश्राम करने के लिए आदेश देते हैं रात्रि के समय जब सभी प्रजा वासियों और मंत्री सुमंत विश्राम कर रहे होते हैं तो भगवान राम लक्ष्मण और सीता उन्हें चुपचाप वहीं छोड़कर गंगा के किनारे चले जाते हैं जहां वह गंगा पार करने के लिए केवट से प्रार्थना करते हैं परंतु केवट अपनी जिद पर अड़ जाते हैं कि जब तक तुम अपने पैर नहीं धूलवाओगे मैं आपको गंगा पार नहीं कराऊंगा। क्योंकि आपके चरणों के पत्थर पर स्पर्श मात्र से नारी बन जाती है और आपके चरण जहां पड जाते हैं वहां खुद ही जीवन का बेड़ा पार हो जाता है तब उनकी प्रार्थना पर केवट और उनका परिवार भगवान श्रीराम को गंगा पार करने से पूर्व उनके पैर धोते हैं माता जानकी गंगा मैया से प्रार्थना करती है कि हम गंगा पार कर रहे हैं कृपया धीरे चलें जिस पर गंगा मां प्रसन्न होकर माता जानकी को आशीर्वाद देती हैं।

उधर प्रातः काल जब प्रजावासी और मंत्री सुमंत की आंखें खुलती है तो वह भगवान राम लक्ष्मण और सीता को अपने पास नहीं देख काफी परेशान होते हैं और इधर-उधर तलाश करते हैं परंतु न मिलने पर अयोध्या की ओर वापस जाते हैं राजा दशरथ को जब इस बात की जानकारी होती है कि मंत्री सुमंत को भी भगवान राम लक्ष्मण ने छोड़ दिया है तो वह बहुत परेशान होते हैं तथा तड़पते तड़पते वहीं पर अपने प्राण त्याग देते हैं उधर गुरु वशिष्ठ अपने अयोध्या के राजा दशरथ के मंत्री सुमंत को आदेश देते हैं कि दूत को भेजकर ननिहाल में रह रहे भरत को और शत्रुघ्न को वापस बुलाया जाए भरत जी अपने नाना के यहां गए हुए रहते हैं तो सोते वक्त उनको वह भयंकर सपने आते हैं तब दूत ब्रज जी को बुलाने के लिए उनके ननिहाल जाते हैं तो भरत शत्रुघ्न के साथ अयोध्या वापस आ जाते हैं इस दौरान उनको जानकारी मिलती है कि माता केकई ने भगवान राम को 14 वर्ष का वनवास और श्री रामचंद्र जी को राजतिलक की अपेक्षा भरत को राजतिलक करने का वरदान मांगा हैं इससे वह अपनी माता केकई पर बहुत क्रोधित होते हैं साथ ही क्रोधित शत्रुघ्न दासी मंथरा को लात मारते हैं कि तेरे कारण ही आज यह दिन देखने को मिल रहा है जिसके बाद भरत और शत्रुघ्न गुरुजी से आज्ञा लेकर भगवान राम से मिलने के लिए अपनी माताओं के साथ चित्रकूट पर्वत पर विश्राम कर रहे भगवान राम लक्ष्मण के पास जाते हैं तभी रास्ते में गोह नामक निषाद राज उन्हें मिलता है जो भगवान राम से मिलने के लिए चित्रकूट पर्वत पर भरत और उनकी माताओं को लेकर जाते हैं भरत भगवान राम से काफी प्रार्थना करते हैं कि आप अयोध्या वापस लौट चलो क्योंकि उनसे राजकाज नहीं हो पाएगा और उनके पिता राजा दशरथ की मृत्यु के बारे में जानकारी देते हैं तो भगवान राम लक्ष्मण और सीता बहुत परेशान होते हैं भरत जी कई बार प्रार्थना करते हैं परंतु भगवान राम अपने माता-पिता के वचनों पर अड़े रहते हैं जिस पर वशिष्ठ जी भरत से कहते हैं कि श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम है अपने माता पिता के वचन बिल्कुल नहीं टाल सकते जिद करना फिजूल है तब भरत जी भगवान राम से प्रार्थना करते हैं कि यदि आपने 14 वर्ष 1 दिन भी अधिक लगाया तो भरत जिंदा नहीं रहेगा साथ ही प्रार्थना करते हैं कि माता पिता और गुरु वशिष्ट के निर्देशन में अयोध्या का राजपाट चलाने के लिए आप अपने खड़ाऊ और चरण पादुका मुझे दे दीजिए ताकि अयोध्या में राजा की कुर्सी पर आपके चरण पादुका रखकर अयोध्या का राज कार्य आपके मार्गदर्शन में चलाया जा सके इसके बाद चित्रकूट से चले जाते हैं उनके जाने पर श्री रामचंद्र जी लक्ष्मण जी को कहते हैं कि सभी अयोध्या वासियों को हमारे रुकने के स्थान का पता लग गया है यह लोग हमको मुंह में फंसाने का प्रयास करेंगे इसलिए अब इस स्थान को परिवर्तित कर कर अन्य स्थान पर ठहरने की व्यवस्था की जाए और चित्रकूट पर्वत से चले जाते हैं इस दौरान राम का अभिनय सतीश प्रजापति लक्ष्मण का अभिनय राकेश प्रजापति सीता का अभिनय शिवम गोयल दशरथ का अभिनय अमन गोयल सुमंत का अभिनय ऋषि पाल शेरवाल केवट का विनाश संजू वर्मा राजेश नामदेव ऋषभ अभिषेक गोयल कौशल्या का अभिनय धीरू के कई का विनय सागर मित्तल दूध का अभिनय राकेश सपरा गुरु वशिष्ट अभिनय प्रमोद गोयल भरत का विनय पुनीत कुमार गोयल शत्रुघ्न का अभिनय पुष्कर पीयूष गर्ग और वासु मित्तल ने किया वही रामलीला को देखने के लिए श्रद्धालुओं की बहुत भारी भीड़ लगी रही सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयपाल सिंह सोनू नेता अंकित जिंदल सुनील अमित अशोक सीमा रीना डोली कौशल्या शिवानी आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

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