Thursday, May 14, 2020

हमारे पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता अपने आपको कमजोर और असुरक्षित ना समझे! केवल अपना राष्ट्र धर्म निभाते रहे।


हमारे पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता अपने आपको कमजोर और असुरक्षित ना समझे! केवल अपना राष्ट्र धर्म निभाते रहे।

मोटिवेशनल बूस्टर डोज: डॉ जसबीर आर्य-
मित्रों!हम अपने NGO's और मीडिया संगठनों के माध्यम से देश के शिक्षित,जागरूक,सक्रिय व राष्ट्रभक्त  नागरिकों को संगठित करके  लोकतांत्रिक तरीको से इस देश में व्याप्त समग्र बुराइयों के खिलाफ एक संघर्ष कर रहे हैं।हमारा युद्ध किसी धर्म,जाति,पार्टी या समुदाय के खिलाफ नहीं है।हमारी विशुद्ध लड़ाई देश, समाज, कानून व मानवता के दुश्मनों, अपराधियों, भ्रष्टाचारियों, रिश्वतखोरों, आतंकवादियों, बेईमानों और गद्दारों के खिलाफ है।जो इस महान भारत देश को अपने तुच्छ स्वार्थों की खातिर अंदर ही अंदर खोखला कर रहे है।
हमारे कई सक्रिय खोजी पत्रकार,जासूस,सोशल एक्टिविस्ट और ग्राउंड जीरो वर्कर हमें अक्सर यह शिकायत करते हैं कि हमारे समाज-सुधार,अपराध और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यों में इलाके के कुछ असामाजिक तत्व और दबंग किस्म के लोग अडंगा डालते रहते हैं।वे आए दिन अपने इलाके के किसी नामी बदमाश/गुंडे/गैंगस्टर या लोकल नेताओं के नाम पर हमे जान से मारने या परिवार के किसी सदस्य को उठवा लेने की धमकी देते हैं।यह वार्निंग भी देते हैं कि हमारी तो ऊपर तक पहुंच है हम तुम्हें किसी झूठे मुकदमे में फंसा देंगें?

इस संदर्भ में मेरा अपने पत्रकारों व कार्यकर्ताओं को स्पष्ट कहना है कि आप अपना सामाजिक और पेशेवर कार्य बेखौफ करते रहें।आपको ऐसे लोमड़-लुंडों और भाड़े के टट्टओ से कतई डरने की जरूरत नहीं है।
 आपको यह भूलना नहीं चाहिए कि आप किस क्रांतिकारी संगठन में काम कर रहे हैं।हम पिछले 30 साल से पत्रकारिता और समाज सेवा में पूरी निडरता से समर्पित हैं।देश-विदेश के हजारों पत्रकार,सिविल राइट एक्टिविस्ट और वकील बंधु हमारे साथ जुड़े हुए हैं।देश के चप्पे-चप्पे पर हमारे कार्यकर्ता फैले हुए हैं।पत्रकारिता हमारा एक "राष्ट्रीय सुरक्षा मिशन" है ना की यह हमारा कोई चापलूसी-खुशामदी-चमचागिरी या तलवे चाटने वाला कोई बिजनेस।* हमारे ऊपर आर्य समाज के संस्कार और RSS के राष्ट्रीय विचारो का पूर्ण प्रभाव है।इसीलिए हम मानसिक रूप से किसी से डरने वाले नही और कोई हम पर हमला करें तो हम चुप बैठने वाले भी नहीं।वैसे भी आज हमारे काम को मीडिया, जनता, सरकार और पुलिस फोर्स अच्छी तरह जानती है।
बात पॉवर की" तो इस समय देश की शासनिक सत्ता मे जनता द्वारा चुने गए प्रधानमंत्री,गृह मंत्री और रक्षा मंत्री आदि से बढ़कर कोई ताकत किसी के पास नही होती है।हम राष्ट्रीय और सामाजिक सुरक्षा से संबंधी मामलो की रिपोर्टिंग सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय को करते हैं।जिस पर तत्काल कार्रवाईयां होती है।इसीलिए हमें अपने PM नरेंद्र मोदी और HM अमित शाह पर नाज ही नहीं बल्कि पूरा भरोसा भी है।

 हमेशा ध्यान रखें कि इस देश में लोकतंत्र की सबसे बड़ी पावर मीडिया है।लोक स्वीकृत-प्रतिष्ठित मीडियाई व्यवस्था के जंगजू पत्रकार सैनिकों पर आज कोई इतनी आसानी से हाथ डालने की हिम्मत नहीं कर सकता है क्योंकि सरकारो को इसका जवाब देश की संसद के साथ-साथ UNO में भी देना पड़ता है।
*इतिहास गवाह है कि मीडिया या पत्रकारों पर जुल्म करने या उस पर होने वाले अत्याचारों को रोकने मे नाकाम रहने वाली सत्ता ज्यादा दिन इस देश पर राज नहीं कर पाई है।पत्रकार एक तूफान की तरह होता है जिसकी ✒️ कलम-कैमरे 🔭की उत्पन्न आंधी से दुनिया मे बड़े-बड़े तख्तो ताज पलट गए हैं।इसीलिए मीडिया/पत्रकार को कोई कमजोर करने या समझने की गुस्ताखी ना करें।जब बात मीडिया कर्मियो के हक-अधिकार,सुरक्षा और एकता की होगी तो हमारा "देश व्यापी निष्पक्ष व गैर-राजनैतिक मीडिया संगठन" अपनी मीडिया बिरादरी के साथ मुस्तैदी से लौह स्तंभ की तरह खड़ा मिलेगा।

अब रही बात तथाकथित गुंडों-बदमाशों की तो आप आए दिन मीडिया रपटों में पढ़ते ही रहते हैं कि यह गुंडे-मवाली पुलिस के एनकाउंटर मे कुत्ते की मौत मारे जाते हैं।यहां साफ है कि ऐसे गीदड़ पुलिस से ज्यादा ताकतवर नहीं है। देश का पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह हमारे साथ है इसीलिए इन्हे समझा दिया जाए कि हमारे से पंगा ना ले तो बेहतर है।
अब बात करें इन फुटपाथी नेताओं की अपने राजनीतिक आकाओं को "वोटिंग ऑक्सीजन"के नाम पर अपनी मुट्ठी में रखने का दम भरने वाले इनके छुटभैइए नेताओं की हमारे मीडिया संगठन के सामने दो कोड़ी की औकात नहीं है।यदि हमने इनके अवैध धंधों, बेनामी संपत्तियों,काली कमाई के कच्चे चिट्ठे और काले कारनामों की जन्म कुंडली छापने/दिखाने लग जाए तो ये कहीं भी मुंह  दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे।
यदि फिर भी आपको डराया धमकाया जा रहा है या आपके साथ किसी अनहोनी की आशंका है और आपको पक्का मालूम है कि इनके गोरखधंधों में पुलिस और प्रशासन के भ्रष्ट अफसर भी शामिल है तो आप हमें इसकी पूरी जानकारी दे।हम इन्हें देश दुनिया के सामने एक्सपोज करने के साथ-साथ कानून के कठघरे में भी नंगा करेंगें।
कृपया आप देश के दुश्मनों और भ्रष्ट तत्वों पर अपनी कड़ी निगाह रखें उनकी हरेक मूवमेंट की जानकारी हमें दे ऐसे नापाक मच्छरों को कैसे मसला जाता है यह हम अच्छी तरह जानते है। 
 मोदी राज मे ED और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अलावा पुलिस, सुरक्षा, खुफिया और जांच एजेंसियों को ऐसे मुर्गो की हमेशा तलाश रहती है?
अतः अब मुझे पूरा यकीन है कि आप ऐसी गीदड़ भभकी या बंदर घुड़की से कभी डरे-घबराएगें नहीं। हम पूरी तरह आपके साथ हैं बशर्ते!आप का खुद का कोई भी कार्य कानून, देश, समाज या जनता विरोधी नहीं होना चाहिए।
                         निवेदक 
                  डॉ० जसबीर आर्य                       (वरिष्ठ पत्रकार,समाजसेवक,मनोविज्ञानी,
आद्यात्मिक प्रेरक,चिकित्सकीय शिक्षा व स्वास्थ्य परामर्शदाता) सदस्य-दिल्ली पुलिस मीडिया कमेटी।
प्रेस प्रतिनिधि,राजभाषा स्कॉलर एवं आंतरिक सुरक्षा विशेषज्ञ,केंद्रीय गृह मंत्रालय,भारत सरकार।
दिल्ली टाइम्स न्यूज़
नेशनल मीडिया फोर्स
क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो
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