Tuesday, September 29, 2020

कोविड-19 वायरस के मामलों में बढ़ोतरी ने गोल्ड, क्रूड ऑयल और बेस मेटल की कीमतों को कमजोर किया।

कोविड-19 वायरस के मामलों में बढ़ोतरी ने गोल्ड, क्रूड ऑयल और बेस मेटल की कीमतों को कमजोर किया।
रिपोर्ट:गोविंद कुमार (नई दिल्ली DTN)

पिछले हफ्ते के दौरान कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या के बीच स्पॉट गोल्ड, क्रूड ऑयल और बेस मेटल्स की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतों में गिरावट आई और कच्चे तेल की कीमतों में भी कमी आई। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव ने औद्योगिक धातु की कीमतों पर और दबाव डाला। प्रभातेश माल्या,  एवीपी-रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड

सोना
अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से स्पॉट गोल्ड 4.2% कमजोर हो गया। अमेरिकी नीति निर्माताओं की ओर से प्रोत्साहन पैकेज पर अनिश्चितता ने पीली धातु की कीमतों में और गिरावट ला दी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने आने वाले वर्षों में तेज आर्थिक रिकवरी के संकेत देकर डॉलर में तेजी लाई है।  इसके अलावा, यूरोप और ब्रिटेन में कोविड-19 मामलों में खतरनाक वृद्धि ने डॉलर-मूल्यवर्गित सोने की मांग बढ़ा दी है।

हालांकि, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण सोने की कीमतों में गिरावट को आर्थिक सुधार में देर लगने के संकेत ने कमजोर किया।

अमेरिकी फेडरल की ओर से एक और स्टिमुलस उपाय और राष्ट्रपति चुनाव की बहस के बाद राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ने से सोने की कीमतों को समर्थन मिलने की उम्मीद है।

कच्चा तेल

महामारी के व्यापक प्रभाव और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के बीच डब्ल्यूटीआई क्रूड में 2% की गिरावट हुई। महामारी की वजह से महीनों के लॉकडाउन के बाद लीबिया में ऑयल फेसिलिटी में प्रोडक्शन शुरू होने से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई। यह उम्मीद की जाती है कि लीबिया से उत्पादन तेज हुआ तो ग्लोबल क्रूड ऑयल मार्केट में दस लाख बीपीडी की वृद्धि होगी।

एनर्जी इंफर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार 2.3 मिलियन बैरल की गिरावट की उम्मीद के मुकाबले अमेरिकी क्रूड इन्वेंट्री में सिर्फ 1.6 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है।

इन्वेंट्री लेवल्स में गिरावट, आर्थिक सुधार की संभावनाएं और नए कोविड-19 मामलों के बढ़ने से तेल की कीमतों पर असर हो सकता है।

बेस मेटल्स

बढ़ते हुए कोविड-19 संक्रमण के बीच एलएमई पर बेस मेटल लाल रंग के साथ कमजोरी के साथ बंद हुई। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव और अमेरिकी डॉलर में मजबूती के बीच औद्योगिक धातुओं की कीमतों में और गिरावट आई।

चीन की औद्योगिक गतिविधियों और रिटेल बिक्री में बढ़ोतरी से अगस्त 2020 में दुनिया के सबसे बड़े धातु उपभोक्ता देश ने आर्थिक रिकवरी का संकेत दिया था, जिससे कीमतों में गिरावट सीमित रही।

जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स के अनुसार, एल्युमीनियम और एल्युमिनियम उत्पादों के चीन के आयात में 10% की वृद्धि हुई और यह अगस्त 2020 में 429,464 टन रहा।

ग्लोबल निकेल मार्केट जुलाई -20 में घटकर 8,900 टन तक हो गया था, जो जून 2020 में 14,7000 टन रिपोर्ट हुआ था।

कॉपर

एलएमई कॉपर में 4.2% की गिरावट आई। एक मजबूत डॉलर ने अन्य मुद्रा धारकों के लिए लाल धातु को महंगा कर दिया। सैटेलाइट सर्विलांस ने उत्तर अमेरिका में उत्पादन फिर से शुरू होना दर्शाया है जो अगस्त 2020 में ग्लोबल कॉपर मेल्टिंग की गतिविधि में रिकवरी का संकेत है।

चीन से लाल धातु की बढ़ती मांग और अमेरिका की ओर से अतिरिक्त प्रोत्साहन उपाय की उम्मीद से औद्योगिक धातु की कीमतों को और समर्थन मिल सकता है।

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