नमामि गंगे की मदद से साफ होंगी महाराष्ट्र की नदियां
इस एमओयू में ई-प्रवाह, सामुदायिक जुड़ाव और हितधारक जुटाव की अवधारणा पर ज्ञान शामिल है, "स्वच्छ गंगा निधि" की तर्ज पर "महाराष्ट्र स्टेट मिशन फॉर क्लीन रिवर" के लिए एक समर्पित पूल फंड स्थापित करना, नए एसटीपी को विकसित करना और स्थापित एसटीपी की मरम्मत करना. “गंगा ग्राम” की तर्ज पर ग्रामीण इलाकों में प्रदूषण के प्वाइंट और नॉन प्वाइंट स्त्रोत को रोकना.
इसी प्रकार महाराष्ट्र जल संसाधन नियामक प्राधिकरण के नियमों के तंत्र की मदद से गंगा नदी घाटी में नियमों के ढांचे को और मजबूत करने में मदद मिलेगी.
श्री राजीव किशोर, कार्यकारी निदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और श्री विनोद तिवारी, सदस्य (कानून) महाराष्ट्र जल संसाधन नियामक प्राधिकरण ने अपनी-अपनी संस्था की तरफ से इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्रा के अलावा भी कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे.
(DTN NEWS)
नमामि गंगे कार्यक्रम के माध्यम से हुई गंगा सफाई से सीखकर महाराष्ट्र की नदियों की सफाई की जाएगी. ज्ञान का आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण के लिए एनएमसीजी और महाराष्ट्र जल संसाधन नियामक प्राधिकरण के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है.इस एमओयू में ई-प्रवाह, सामुदायिक जुड़ाव और हितधारक जुटाव की अवधारणा पर ज्ञान शामिल है, "स्वच्छ गंगा निधि" की तर्ज पर "महाराष्ट्र स्टेट मिशन फॉर क्लीन रिवर" के लिए एक समर्पित पूल फंड स्थापित करना, नए एसटीपी को विकसित करना और स्थापित एसटीपी की मरम्मत करना. “गंगा ग्राम” की तर्ज पर ग्रामीण इलाकों में प्रदूषण के प्वाइंट और नॉन प्वाइंट स्त्रोत को रोकना.
इसी प्रकार महाराष्ट्र जल संसाधन नियामक प्राधिकरण के नियमों के तंत्र की मदद से गंगा नदी घाटी में नियमों के ढांचे को और मजबूत करने में मदद मिलेगी.
श्री राजीव किशोर, कार्यकारी निदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और श्री विनोद तिवारी, सदस्य (कानून) महाराष्ट्र जल संसाधन नियामक प्राधिकरण ने अपनी-अपनी संस्था की तरफ से इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्रा के अलावा भी कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे.
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