Monday, February 17, 2020

2020 में सड़क दुर्घटना रोकने के लिए 1140 किलोमीटर तेरह दिन तक लगातार गाड़ी के ऊपर हेलमेट की अर्थी लेकर घूमता रहा दिल्ली एनसीआर में. हेलमेट मैन के साथ सैकड़ों युवा ने 40 किलोमीटर कंधे पर और 1100 किलोमीटर गाड़ी के ऊपर लेकर हेलमेट की अर्थी को दिल्ली एनसीआर में इंडिया गेट से राजघाट पर समाप्ति की।

2020 में सड़क दुर्घटना रोकने के लिए 1140 किलोमीटर तेरह दिन तक लगातार गाड़ी के ऊपर हेलमेट की अर्थी लेकर घूमता रहा दिल्ली एनसीआर में।
   संंजीव भाटी 
(ग्रेटर नोएडा दिल्ली टाइम्स न्यूज़)

हेलमेट मैन के साथ सैकड़ों युवा ने 40 किलोमीटर कंधे पर और 1100 किलोमीटर गाड़ी के ऊपर लेकर हेलमेट की अर्थी को दिल्ली एनसीआर में  इंडिया गेट से राजघाट पर समाप्ति की। जिन लोगों ने पुरानी हेलमेट दिया उसे नया हेलमेट मिला।
 जो लोग इस अभियान में शामिल हुए सभी को 1 वर्ष के लिए 5 लाख की बीमा दी गई एक हेलमेट के साथ।हेलमेट की अर्थी को स्कूल के गेट से सभी पेरेंट्स को अवगत कराया गया आप अपने बच्चे को बचपन से ही हेलमेट लगाने की आदत डालें। भारत सरकार से  भी  अपील कर रहे हैं स्कूलों में भी  बचपन से  हेलमेट  देने का नियम लागू हो।यही संदेश इंडिया गेट पर भी जो फैमिली घूमने आई थी अपने बच्चों के साथ सड़क सुरक्षा का संदेश दीया आप अपने घर के चिराग को खुद हेलमेट पहनकर सड़क पर चलें और अपने बच्चों को भी बचपन से हेलमेट लगाने की आदत डालें।
जब हेलमेट मैन अपनी टीम के साथ इंडिया गेट पर चक्कर लगा रहे थे तो वहां पर ड्यूटी देने वाले फोर्स ने इंडिया गेट के अंदर जहां पर भीड़ थी उस भीड़ के बीच अर्थी ले जाने की परमिशन दी और कहां यह संदेश भारत के सभी माता-पिता को समझना चाहिए।क्योंकि वहां पर ड्यूटी देने वाला कप्तान भी सड़क दुर्घटना में अपना बेटा खो चुका था देश की रक्षा करने में अपने बेटे को कभी जन्मदिन पर हेलमेट देकर जागरूक नहीं कर पाया था।हिंदुस्तान में आज ऐसे लाखों परिवार हैं जो दूसरों की गलतियों की वजह से आज अपने घर का चिराग खो दिए हैं. यही संदेश भारत के हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार पिछले 13 दिनों से पूरी दिल्ली में घूम घूम कर करोड़ों लोगों को 2020 में सड़क दुर्घटना जो होने वाली है जिसके माता-पिता अभी तक अनजान है इस अर्थी को देखकर जागरूक हो जाएं।
क्योंकि भारत में सड़क दुर्घटना एक समस्या नहीं बल्कि महामारी का रूप ले ली है जो प्रतिवर्ष डेढ़ लाख लोगों की मौत हो रही है. हेलमेट मैन पिछले 6 साल से भारत में सड़क दुर्घटना रोकने के लिए पुरानी पुस्तक लेकर हेलमेट देने का कार्य करते हैं. अब तक 25 हजार हेलमेट देकर दो लाख गरीब बच्चों को निशुल्क किताबें दे चुके हैं।इसके पीछे उनका उद्देश्य बहुत बड़ा है एक तरफ भारत को 100% साक्षर करना चाहते हैं और दूसरी तरफ जो माता-पिता अपने जीवन में पढ़ नहीं पाए वह अपने बच्चे को शिक्षा देने में आगे हैं लेकिन सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में बहुत पीछे हैं. क्योंकि उनके जमाने में शिक्षा का उतना महत्व नहीं था इसलिए सड़क दुर्घटना को लेकर उनके जीवन में कभी चिंता का विषय रहा नहीं. आज भी हमारा भारत 73 साल आजादी के बाद भी 100% साक्षर नहीं है. आज विश्व में सड़क दुर्घटना से ज्यादा मौत भारत पहले नंबर पर है. आज भी जो बच्चे शिक्षा से वंचित हैं कल उनका भी परिवार होगा और वह अपने बच्चे को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक नहीं कर पाएंगे।
हेलमेट मैन अपनी अभियान द्वारा इस समस्या को जड़ से खत्म करना चाहते हैं वह नहीं चाहते हैं भारत का ऐसा कोई भी माता-पिता सड़क दुर्घटना जैसी समस्या से अनजान रहे. इसलिए बच्चों से पुरानी पुस्तक लेकर  हेलमेट देते हैं और भविष्य में होने वाली दुर्घटना के प्रति जागरूक करने का कार्य करते हैं और उनसे यह भी अपील करते हैं आप अपनी पढ़ी हुई पुस्तक किसी जरूरतमंद को देकर भारत को 100% साक्षर करने में योगदान दें.भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी हेलमेट मैन के कार्य की तारीफ की और सड़क सुरक्षा का हीरो बताया ट्विटर पर ट्वीट करके. लेकिन हेलमेट मैन के अभियान को आगे बढ़ाने में किसी ने अभी तक मदद नहीं की अब तक अकेले सारा खर्च उठा कर कार्य करते आ रहे हैं।
इस कार्यक्रम में मुकुंद सिंह विकास पांडे मोहम्मद सुल्तान.शुभम सिंह दीप कमल गौरव कुमार धनलक्ष्मी सिंह,सत्यम बघेल , मोहन यादव ,अमित चौरसिया , नदीम खान , कैफ, प्रियांशु गुप्ता राघव झा गौरव सिंह अभिषेक झा नित्यानंद आदि लोग मौजूद रहे।

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